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महाराष्ट्र की राजनीति (Politics) में बड़ा उलटफेर
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राज्य में राष्ट्रपति शासन समाप्त, बीजेपी-एनसीपी की बनी सरकार
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बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस सीएम और एनसीपी के अजित पवार डिप्टी सीएम बने
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राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी ने फडणवीस-पवार को दिलाई शपथ
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शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन में नहीं बनी बात
एक कहावत बहुत प्रचलित है कि इश्क और जंग में सबकुछ जायज है, लेकिन इस कहावत में एक नई बात भी जुड़ गई है… इसी के साथ पूरे भारत में ये कहावत अब ऐसे बाली जाने लगी है… कि इश्क, जंग और राजनीति (Politics) में सबकुछ जायज है। जी हां, कल तक एनसीपी के भरोसे महाराष्ट्र का सीएम बनने के लिए जोर आजमाइश कर रही शिवसेना आज अपने धुर विरोधी कांग्रेस (44 सीट) के साथ विपक्ष की कतार में बैठ गई है।
The notification revoking President’s rule in Maharashtra pic.twitter.com/JSbAIOFUE6
— ANI (@ANI) November 23, 2019
दिल्ली में कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना के बीच कई बैठकों और मिनिमम कॉमन प्रोग्राम की रूपरेखा तय करने के बाद शुक्रवार शाम को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का अगला सीएम बनाने की बात कही थी, लेकिन इस पूरे परिदृश्य पर चुपचाप नजर बनाये बैठी बीजेपी ने रातों-रात महाराष्ट्र की राजनीति (Politics) में बड़ा खेल कर दिया और शनिवार तड़के सुबह बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, साथ में एनसीपी (54 सीट) के अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर शिवसेना के अरमानों पर पानी फेर दिया।
Devendra Fadnavis to take oath as Maharashtra Chief Minister again,NCP’s Ajit Pawar to take oath as Deputy CM pic.twitter.com/5v1Ycf3S5U
— ANI (@ANI) November 23, 2019
दरअसल 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना ने साथ में चुनाव लड़ा था। इस चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी तो वहीं 56 सीटों वाली शिवसेना दूसरी बड़ी पार्टी बनी थी। चुनाव नतीजों से ये साफ था कि राज्य में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को सरकार बनाने का जनादेश मिला है, लेकिन अचानक शिवसेना हाईकमान की मुख्यमंत्री बनने की महत्वकांक्षा ने जन्म लिया। इसके बाद शिवसेना ने केंद्र में बीजेपी के साथ अपनी भागीदारी तोड़कर महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनने की जोड़-तोड़ में लग गई। कई बार तो ऐसा लगा कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस मिलकर सरकार बना ही लेगी, तो कई बार तीनों दलों के आदर्शों के बीच मतभेद भी दिखा। लेकिन आज बीजेपी ने शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के हो रहे नये गठबंधन पर पूरी तरह से लगाम लगा दिया। महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाली एनसीपी को आने वाले दिनों में केंद्र सरकार में शिवसेना की जगह मिल सकती है।
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