मध्य प्रदेश: पांव पसारने लगे हैं नक्सली, प्रदेश में बनाया नया संगठन

मध्य प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और झारखंड के नक्सली अब मध्यप्रदेश के कई जिलों में पांव पसार रहे हैं। यह जानकारी सामने आई है कि नक्सलियों (Naxals) ने कान्हा भोरमदेव दलम- ‘केबी” के नाम से नया संगठन मध्यप्रदेश में बनाया है।

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मध्यप्रदेश के सीमावर्ती राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और झारखंड के नक्सली अब मध्यप्रदेश के कई जिलों में पांव पसार रहे हैं।

मध्य प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और झारखंड के नक्सली अब मध्य प्रदेश के कई जिलों में पांव पसार रहे हैं। यह जानकारी सामने आई है कि नक्सलियों (Naxals) ने कान्हा भोरमदेव दलम- ‘केबी” के नाम से नया संगठन मध्यप्रदेश में बनाया है। बारिश के दौरान मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती नदी सोन, बंजर और टांडा में पानी के बढ़ जाने का फायदा उठाकर इन संगठनों ने अपना नेटवर्क बढ़ाया है।

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सांकेतिक तस्वीर।

मध्य प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और झारखंड के नक्सली अब मध्यप्रदेश के कई जिलों में पांव पसार रहे हैं। यह जानकारी सामने आई है कि नक्सलियों (Naxals) ने कान्हा भोरमदेव दलम- ‘केबी” के नाम से नया संगठन मध्यप्रदेश में बनाया है। बारिश के दौरान मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती नदी सोन, बंजर और टांडा में पानी के बढ़ जाने का फायदा उठाकर इन संगठनों ने अपना नेटवर्क बढ़ाया है। कान्हा राष्ट्रीय पार्क की सीमा से छत्तीसगढ़ के नक्सलियों (Naxals) ने मोतीनाला और बिछुवा होते हुए मंडला और डिंडौरी के रास्ते अमरकंटक और अनूपपुर जिले तक पहुंच बना ली है।

उधर, झारखंड की सीमा से लगे सिंगरौली से सीधी जिले तक नक्सली गतिविधियां दर्ज की गई हैं। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में पुलिस के बढ़ते दबाव के बाद नक्सली मध्यप्रदेश को अपना पनाहगाह बना रहे हैं। साथ ही वे प्रदेश में अपने नेटवर्क का विस्तार भी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन दिनों पेंच-कान्हा कॉरिडोर से नक्सली संगठन छत्तीसगढ़ से बालाघाट में प्रवेश कर मंडला-अमरकंटक की ओर जा रहे हैं। बालाघाट के बैहर और मंडला के बिछिया-मवई तहसील में ग्रामीणों ने पुलिस को भी संदिग्ध लोगों को देखे जाने की सूचना दी है। बारिश से पहले भी इन क्षेत्रों में नक्सलियों (Naxals) ने शरण ली थी। तब नदी में पानी ज्यादा होने के कारण नक्सलियों के लिए सुरक्षित इलाका बन गया था। बता दें कि बालाघाट जिले के लांजी इलाके के देवरबेली स्थित पुजारी टोला में पिछले साल जुलाई में पुलिस ने मुठभेड़ में दो इनामी नक्सलियों (Naxals) को मार गिराया था।

इस मुठभेड़ में तीन नक्सली फरार हो गए, इस घटना के बाद से ही नक्सली बौखलाए हुए हैं। बताया जा रहा है कि बदला लेने के लिए वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। बालाघाट के पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के मुताबिक, ‘महाराष्ट्र के गोंदिया के पास एक गांव में इन दिनों तीन नक्सल प्रभावित राज्यों का संयुक्त कैंप लगाया गया है, जिस कारण बहुत सारी सूचनाएं एक-दूसरे से शेयर हो रही हैं। बेहतर समन्वय बन रहा है।’ नक्सली विस्तार के संबंध में तिवारी कहते हैं कि स्थिति पूरी तरह हमारे नियंत्रण में है। वहीं, वारदात की आशंका पर उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें आती रहती हैं। पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

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