मध्य प्रदेश: पुलिस ने नक्सलियों के कैंप पर धावा बोला, मुठभेड़ के बाद भागे नक्सली

मध्यप्रदेश के बालाघाट और छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव की सीमा पर नक्सलियों और सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई। हालांकि इस मुठभेड़ में जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली (Naxalite) भाग खड़े हुए।

Naxalite

मध्यप्रदेश के बालाघाट और छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव की सीमा पर नक्सलियों और सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई।

मध्यप्रदेश के बालाघाट और छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव की सीमा पर नक्सलियों और सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई। हालांकि इस मुठभेड़ में जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली (Naxalite) भाग खड़े हुए। दरअसल, कोसमदेही के जंगल में नक्सलियों के कैंप होने की खुफिया जानकारी बालाघाट पुलिस को मिली थी। बालाघाट पुलिस ने इस जानकारी को राजनांदगांव एसपी के साथ साझा किया। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा नक्सलियों को पकड़ने के लिए संयुक्त कार्यवाही की गई।

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नक्सलियों के कैंप से बरामद सामान।

हॉकफोर्स की टीम भी थी शामिल: इस कार्रवाई में राजनांदगांव पुलिस के अलावा बालाघाट में तैनात दो हॉकफोर्स की टीम भी शामिल थी। जवान जंगल में कैंप कर रहे नक्सलियों की तलाश करते हुए वहां पहुंचे। नक्सलियों का कैंप उंचाई पर था। सुरक्षाबलों के आने की आहट मिलते ही नक्सलियों (Naxalite) ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की।

क्या है ‘हॉकफोर्स’: मध्य प्रदेश पुलिस में जिला या विशेष सशस्‍त्र बल से हटकर ‘हॉकफोर्स’ है। यह एक विशेष सुरक्षाबल है, जिसका इस्तेमाल विपरीत परिस्थितियों से निपटने में किया जाता है।

घबराकर भाग खड़े हुए नक्सली: हालांकि, जवानों को भारी पड़ता देख फायरिंग नक्सली घबराकर वहां से जंगल की ओर भाग गए। जवानों ने नक्सली कैंप से नक्सलियों (Naxalite) की रोजमर्रा की सामग्री के अलावा अन्य सामान बरामद किए। घटनास्थल से पुलिस ने दैनिक उपयोग की सामग्री, लगभग सात-आठ पिट्टु बैग और साहित्य बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक, इस दौरान यहां पर 12 से 15 नक्सली थे।

जवानों ने सर्चिंग बढ़ाई: नक्सलियों के खिलाफ ज्वॉइंट ऑपरेशन कर रही बालाघाट और छत्तीसगढ़ पुलिस ने मुठभेड़ के बाद जंगलों में भागे नक्सलियों की तलाश के लिए सर्चिंग तेज कर दिया। बालाघाट एवं राजनांदगांव से सुरक्षाबलों की और टुकडियों को भी नक्सलियों की तलाश में जंगल भेजा गया। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों के जवानों ने पूरे जंगल को घेर लिया और मुठभेड़ के बाद जंगल में भागे नक्सलियों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि नक्सलियों को अब बचने का मौका नहीं दिया जाएगा।

क्या कहा एसपी ने: बालाघाट के पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के अनुसार, “बहेला थाना क्षेत्र अंतर्गत बालाघाट और राजनांदगांव की सीमा पर नक्सली दलम के मौजूदगी की सूचना मिली थी। यह जानकारी हमने राजनांदगांव एसपी से शेयर की। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लांच किया, इसमें जिले में तैनात हॉकफोर्स की दो टीमें शामिल थी।”

नक्सलियों के घायल होने की भी सूचना: पुलिस के मुताबिक, पुलिस की इस संयुक्त कार्यवाही के दौरान सुरक्षाबलो की ओर से की गई फायरिंग में नक्सलियों (Naxalite) के घायल होने की सूचना भी है। हालांकि अब तक किसी नक्सली का शव नहीं मिला है, न ही किसी घायल नक्सली को पकड़ा गया है।

बता दें कि इससे पहले 15 फरवरी को बहेला थाना अंतर्गत कोसमदेही और विगत 22 फरवरी की शाम गढ़ी क्षेत्र के ब्रम्हनी दादर से पुलिस ने बड़ी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की थी। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस लगातार एंटी-नक्सल ऑपरेशन चला रही है।

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