
भोपाल से नक्सली कपल गिरफ्तार। सांकेतिक तस्वीर।
पति और उसकी बीवी ने मिलकर 10 फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। आधार कार्ड उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के अलग-अलग पतों पर बनवाए गए थे। इन जालसाजों की करतूत सुनकर आप हैरान जरूर रह गए होंगे लेकिन जब इस जालसाजी की आप वजह जानेंगे तो आप और भी चकित हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश एटीएस ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र स्थित विकास कुंज से इस दंपत्ति को पकड़ा है। यह दंपत्ति यहां मकान नंबर-40 में अपनी पहचान छिपा कर रहा थे। यह मकान सिविल इंजीनियर श्रीनिवास सिंह का है और यह जोड़ा इस मकान में पिछले 5 सालों से रह रहा था।
म्यूजिक टीचर बन देती थी धोखा: जांच टीम का कहना है कि यह दंपत्ति नक्सलियों को फंडिंग और माओवादी विचारधारा को प्रचारित करने का काम करते थे। दोनों प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से करीब 10 सालों से जुड़े हुए हैं। किसी को इन पर शक ना हो इसलिए इन्होंने अपना नाम बदला था और दिखावे के लिए पेशा भी। वर्षा उर्फ अनीता श्रीवास्तव कटारा हिल्स स्थित स्कूल में बच्चों को संगीत सिखाने का काम करती थी। उसका पति मनीष उर्फ अमित श्रीवास्तव यहां से एक एनजीओ चलाता था। मनीष, यहां संदीप श्रीवास्तव के नाम से रह रहा था।
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यह सामान हुए बरामद: मनीष एनजीओ के काम के बहाने ज्यादातर शहर से बाहर रहता था। जानकारी के मुताबिक यह दंपत्ति, पटना, झारखंड, तेलंगाना, कानपुर, इलाहाबाद समेत कई जगहों पर अक्सर आते-जाते रहते थे। जांच टीम ने इसके पास से 10 फर्जी आईडी प्रूफ, 1 लाख 10 हजार 800 रुपए नगद, तीन लैपटॉप, 7 मोबाइल फोन, 18 सिम, सात डोंगल, प्रतिबंधित पार्टी भाकपा माओवादी का मुख्य पत्र, चीनी भाषा में प्रकाशित एक बुक बरामद किया है।
इस दंपत्ति ने फर्जीगीरी के जरिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खाता भी खुलवाया है। बताया जा रहा है कि मनीष जौनपुर के कुरनी गांव का रहने वाला है। जांच टीम अब इस पूरे मामले की छानबीन में लगी है और इनसे इनके नेटवर्क के बारे में जानकारियां भी जुटा रही है।
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