जनरल मनोज मुकुंद नरवाने (General Manoj Mukund Naravane) बने नए सेना प्रमुख

जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे (General Manoj Mukund Naravane) ने नए सेना प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। वह देश के 28वें सेना प्रमुख बन गए हैं। उन्होंने जनरल बिपिन रावत की जगह ली।

General Manoj Mukund Naravane

जनरल मनोज मुकुंद नरवाने (General Manoj Mukund Naravane) ने नए सेना प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाल ली है।

जनरल मनोज मुकुंद नरवाने (General Manoj Mukund Naravane) ने नए सेना प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। वह देश के 28वें सेना प्रमुख बन गए हैं। उन्होंने जनरल बिपिन रावत की जगह ली। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने 31 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत की उपस्थिति में सेना प्रमुख का कार्यभार ग्रहण किया।

General Manoj Mukund Naravane
जनरल मनोज मुकुंद नरवाने (General Manoj Mukund Naravane) ने नए सेना प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाल ली है।

जनरल मनोज मुकुंद नरवाने (General Manoj Mukund Naravane) ने नए सेना प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। वह देश के 28वें सेना प्रमुख बन गए हैं। उन्होंने जनरल बिपिन रावत की जगह ली। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने 31 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत की उपस्थिति में सेना प्रमुख का कार्यभार ग्रहण किया। लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने फिलहाल उप-सेनाप्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे थे।

सितंबर में उप सेना प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभालने से पहले नरवाने (General Manoj Mukund Naravane) सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे, जो चीन से लगने वाली करीब 4000 किलोमीटर लंबी भारतीय सीमा पर नजर रखती है। अपने 37 साल के कार्यकाल के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने विभिन्न कमानों में शांति, क्षेत्र और उग्रवाद रोधी बेहद सक्रिय माहौल में जम्मू कश्मीर व पूर्वोत्तर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स की बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इंफेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं।

वह श्रीलंका में भारतीय शांति रक्षक बल का हिस्सा थे और तीन सालों तक म्यामांर स्थित भारतीय दूतावास में रक्षा अताशे रहे। लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने (General Manoj Mukund Naravane) राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के छात्र रहे हैं। वह जून, 1980 में सिख लाइट इन्फैंटरी रेजिमेंट के सातवें बटालियन में कमीशन प्राप्त हुए। उन्हें ‘सेना मेडल’, ‘विशिष्ट सेवा मेडल’ और ‘अतिविशिष्ट सेवा मेडल’ प्राप्त है।

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