Ladakh: गलवान घाटी में 2 किलोमीटर पीछे हटी चीन की सेना, सैनिकों के बीच बना बफर जोन

लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, चीन (China) ने अपने सैनिकों को गलवान घाटी (Galwan Valley) में कम से कम एक किलोमीटर पीछे किया है।

Indo-China War 1962

भारत चीन सीमा पर लगातार होती रही है दोनों देश के बीच भिड़ंत।

लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, चीन (China) ने गलवान घाटी (Galwan Valley) में अपने सैनिकों को पीछे किया है। ‘द हिन्दू’ की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसा वाली जगह से 2 किलोमीटर पीछे हट गए हैं।

इसके साथ ही भारतीय जवान भी पीछे आ गए और दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच एक बफर जोन बना दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिकों ने गलवान नदी के मोड़ से हटना शुरू कर दिया है और इस इलाके से अस्थायी ढांचों और टेंट को हटा दिया गया है। फिलहाल, यह प्रक्रिया सिर्फ गलवान घाटी तक में सीमित है।

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सूत्रों के मुताबिक, “हमें यह देखना होगा कि क्या पीछे हटने और तनाव कम करने की यह एक स्थायी, वास्तविक प्रक्रिया है।” सूत्रों के अनुसार, दोनों ओर बने अस्थायी ढांचों को हटा दिया गया है। इसका भौतिक रूप से सत्यापन भी किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के अचानक लद्दाख (Ladakh) के दौर पर जाने के तीन दिन बाद चीनी सेना पीछे हटी है।

लद्दाख (Ladakh) में पीएम मोदी ने चीन का नाम लिए बिना कहा था कि “विस्तारवाद की उम्र खत्म हो गई है। यह विकास की उम्र है। इतिहास गवाह है कि विस्तारवादी ताकतें या तो हार गई हैं या वापस लौटने के लिए मजबूर हो गई हैं।” बता दें कि, कमांडर स्तर की बातचीत में 30 जून को बनी सहमति के मुताबिक चीनी सैनिक पीछे हटे या नहीं, इसको लेकर 5 जुलाई को एक सर्वे किया गया।

अधिकारियों के अनुसार, ”चीनी सैनिक हिंसक झड़प वाले स्थान से दो किमी पीछे हट गए हैं। अस्थायी ढांचे दोनों पक्ष हटा रहे हैं।” उन्होंने बताया कि बदलाव को जांचने के लिए फिजिकल वेरीफिकेशन भी किया गया है।

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