कश्मीर: सुरक्षाबलों के ऑपरेशन्स से बौखलाए घाटी के आतंकी, नुकसान पहुंचाने के लिए अपना रहे ये रणनीति

Kashmir: अगस्त में पहला आतंकी हमला 14 तारीख को नौगाम में हुआ था। इस हमले में जम्मू कश्मीर पुलिस और SSB की ज्वाइंट नाका पार्टी को निशाना बनाया गया था।

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सांकेतिक तस्वीर।

कश्मीर (Kashmir) में आतंकियों ने अपनी रणनीतियों में भी बदलाव किया है और वह सुरक्षाबलों के साथ हिट एंड रन की रणनीति अपना रहे हैं। वह बीते कुछ समय से लगातार सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर रहे हैं।

कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच लगातार हो रहीं मुठभेड़ों ने आतंकियों की बौखलाहट को बढ़ा दिया है। ऐसे में आतंकी हर पल सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में लगे रहते हैं।

आतंकियों ने अपनी रणनीतियों में भी बदलाव किया है और वह सुरक्षाबलों के साथ हिट एंड रन की रणनीति अपना रहे हैं। वह बीते कुछ समय से लगातार सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर रहे हैं। बीते एक हफ्ते की बात करें तो आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर काफी करीब से हमला किया है और इन हमलों में 5 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं। इनमें जम्मू कश्मीर पुलिस के 3 जवान और CRPF के 2 जवान शामिल हैं।

अगस्त में पहला आतंकी हमला 14 तारीख को नौगाम में हुआ था। इस हमले में जम्मू कश्मीर पुलिस और SSB की ज्वाइंट नाका पार्टी को निशाना बनाया गया था। इसमें जम्मू कश्मीर पुलिस के 2 जवान शहीद हुए थे।

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इसके बाद दूसरा हमला बारामुला के क्रीरी पट्टन में हुआ। ये हमला भी सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस की ज्वाइंट नाका पार्टी पर हुआ, इसमें पुलिस का एक एसपीओ और सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हुए थे।

इन दोनों ही हमलों में आतंकियों ने हिट एंड रन की रणनीति अपनाई थी। हालांकि सुरक्षाबलों ने भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया था। मिली जानकारी के मुताबिक, इन दोनों ही हमलों के पीछे लश्कर का हाथ बताया गया था।

रिपोर्ट्स का दावा है कि आतंकी वो समय हमले के लिए चुन रहे हैं, जब जवान कहीं व्यस्त होते हैं।

गौरतलब है कि सुरक्षाबल, आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं। इस साल 150 से ज्यादा आतंकी ढेर किए गए हैं, जिनमें 26 टॉप लेवल के कमांडर हैं।

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