Kashmir: घाटी में आतंकी गतिविधियों में हिस्सा लेने वालों की संख्या बढ़ी, सामने आया चौंकाने वाला आंकड़ा

कश्मीर (Kashmir) में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं। आए दिन हो रही मुठभेड़ों में बड़े आतंकियों का सफाया हो रहा है। सुरक्षाबलों की बढ़ती सक्रियता के बावजूद भी कई स्थानीय लोग आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे हैं।

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फाइल फोटो।

कश्मीर (Kashmir) में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं। आए दिन हो रही मुठभेड़ों में बड़े आतंकियों का सफाया हो रहा है। सुरक्षाबलों की बढ़ती सक्रियता के बावजूद भी कई स्थानीय लोग आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे हैं।

गृह मंत्रालय के आला अफसरों के मुताबिक, कश्मीर (Kashmir) में इस तरह स्थानीय लोगों का आतंकी ग्रुप्स से जुड़ना सरकार के लिए एक बड़ी चिंता का सबब बना हुआ है।

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मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 के पहले सात महीनों में 90 स्थानीय लोग विभिन्न आतंकवादी समूहों में शामिल हुए हैं। इनमें से 45 हिजबुल मुजाहिदीन, 20 लश्कर-ए-तैयबा, 14 जैश-ए मोहम्मद, 7 अल बद्र, दो अंसार गजवत उल हिंद और एक आईएसजेके (इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर) में शामिल हुए।

मुठभेड़ में मरने वाले आतंकवादियों की पहचान से पता चलता है कि उनमें से ज्यादातर स्थानीय हैं। दरअसल, मुठभेड़ों में मारे गए 90 प्रतिशत से अधिक आतंकी स्थानीय कश्मीरी हैं।

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मीडिया रिपोर्ट्स में एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि इस साल के पहले 7 महीनों में घाटी में मारे गए 136 आतंकवादियों में से 121 स्थानीय थे और 15 विदेशी थे। वहीं, साल 2019 में मारे गए 152 आतंकवादियों में से 119 स्थानीय थे

गृह मंत्रालय के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 216 स्थानीय लोगों को भी शरण देने या आतंकवादियों को शरण देने के लिए गिरफ्तार किया गया है।

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एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, चिंता पैदा करने वाली बात यह है कि ये संख्या उम्मीद से अधिक हो सकती है। इससे पहले यदि कोई जवान लापता हो जाता था तो सुरक्षाबलों को परिवार, पड़ोसियों या सोशल मीडिया पोस्ट द्वारा सूचित किया जाता था। लेकिन अब न तो कोई पोस्ट ऑनलाइन हो रही है और न ही परिवार आगे आ रहे हैं।

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हालांकि, पुलिस और सुरक्षाबल पूरी तरह मुस्तैद हैं। आतंकी संगठनों की कमर तोड़ने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। कश्मीर (Kashmir) के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि इस साल जून और अगस्त के बीच विभिन्न आतंकी संगठनोंल में भर्ती हुए 90 स्थानीय लोगों में से हमने 38 को खत्म करने और 15 को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।

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