
झारखंड के सिमडेगा में पुलिस ने चार पीएलएफआई (PLFI) नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, पीएलएफआई नक्सलियों को मुठभेड़ के दौरान 21 मार्च को बानो थाना क्षेत्र के कनारोवा जंगल से गिरफ्तार किया था। एसपी संजीव कुमार को लगातार सूचना मिल रही थी कि जलडेगा और बानो थाना क्षेत्र के सीमांत एरिया कनारोवा जंगल में पीएलएफआई (PLFI) के नक्सली मौजूद हैं।

इस खुफिया की सूचना के आधार पर जिला बल और जगुआर की एक संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी की गई। जंगल में इस छापेमारी के दौरान पीएलएफआई (PLFI) के नक्सलियों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ के बाद चार नक्सलियों को जावानों ने हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया।
अन्य नक्सली भागने में सफल रहे। जानकारी के अनुसार, इस मुठभेड़ में लगभग 10 नक्सली शामिल थे। पुलिस ने चारों नक्सलियों से पूछताछ के बाद 24 मार्च को उन्हें जेल भेज दिया। पकड़े गए नक्सलियों के पास से एक राइफल, 30 कारतूस, 25 मोबाइल, 4 बैटरी चार्जर, 4 मोबाईल चार्जर, एक मैगजीन पाउच, 3 पीट्ठू बैग, एक पीले रंग तिरपाल, दो लाल रंग का कंबल और रोजमर्रा के काम आने वाले सामान बरामद किए गए।
पकड़े गए नक्सलियों के नाम हिंदूआ होरो, रंजीत गोप, आशीष लिंडा और राजकिशोर सिंह है। इनमें से हिंदूआ होरो और रंजीत गोप खूंटी के रहने वाले हैं, आशीष लिंडा रांची का निवासी है जबकि राजकिशोर सिंह जलडेगा का रहने वाला है। ये चारों नक्सली संगठन पीएलएफआई (PLFI) के सदस्य हैं।
पुलिस के मुताबिक, जिले में पीएलएफआई (PLFI) नक्सलियों के खात्मे के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। दूसरे जिले के युवाओं को जिले के इलाकों में पीएलएफआई घटना को अंजाम देने के लिए भेज रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी स्थिति में जिले में उग्रवादियों को पनपने नहीं दिया जाएगा।
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