झारखंड: रांची में 5 लाख के इनामी TPC जोनल कमांडर ने किया सरेंडर, पुलिस के सामने उगले कई राज

झारखंड के रांची में 5 लाख के इनामी नक्सली (Naxali) ने आत्मसमर्पण कर दिया। नक्सली संगठन टीपीसी (TPC) के सब जोनल कमांडर वासुदेव गंझू उर्फ गोपाल गंझू ने 23 जनवरी को रांची एसएसपी अनीश गुप्ता के सामने सरेंडर किया।

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झारखंड के रांची में 5 लाख के इनामी नक्सली (Naxali) ने आत्मसमर्पण कर दिया।

झारखंड के रांची में 5 लाख के इनामी नक्सली (Naxali) ने आत्मसमर्पण कर दिया। नक्सली संगठन टीपीसी (TPC) के सब जोनल कमांडर वासुदेव गंझू उर्फ गोपाल गंझू ने 23 जनवरी को रांची एसएसपी अनीश गुप्ता के सामने सरेंडर किया। बताया जा रहा है कि संगठन में असुरक्षा के माहौल की वजह से गोपाल गंझू ने सरेंडर किया है।

Naxali
रांची में इनामी TPC जोनल कमांडर ने किया सरेंडर।

झारखंड के रांची में 5 लाख के इनामी नक्सली (Naxali) ने आत्मसमर्पण कर दिया। नक्सली संगठन टीपीसी (TPC) के सब जोनल कमांडर वासुदेव गंझू उर्फ गोपाल गंझू ने 23 जनवरी को रांची एसएसपी अनीश गुप्ता के सामने सरेंडर किया। बताया जा रहा है कि संगठन में असुरक्षा के माहौल की वजह से गोपाल गंझू ने सरेंडर किया है। गंझू के खिलाफ लातेहार जिले के अलग-अलग थानों में 29 मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस कुख्यात नक्सली ने अपने संगठन के साथियों के कई अहम राज भी पुलिस के सामने खोले हैं।

जानकारी के मुताबिक, गोपाल गंझू पहले प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी से जुड़ा हुआ था, बाद में वह TPC से जुड़ गया। वह भाकपा माओवादी संगठन में एरिया कमांडर के पद पर था। लातेहार के उत्तरी क्षेत्र में वह सक्रिय था। सरेंडर के दौरान पुलिस ने सरेंडर पॉलिसी के तहत उसे पांच लाख रुपये का चेक सौंपा। बता दें कि गोपाल गंझू 16 साल की उम्र में भाकपा माओवादी संगठन में शामिल हो गया था। भाकपा माओवादी संगठन में वह साल 2003 से 2013 तक रहा।

साल 2013 में वह भाकपा माओवादी संगठन को छोड़ कर टीपीसी (TPC) में शामिल हो गया था। गौरतलब है कि राज्य में नक्सलवाद (Naxalism) के खिलाफ सरकार और प्रशासन लगातार अभियान चला रहे हैं। लाल आतंक को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। इन अभियानों की वजह से ही नक्सली लगातार गिरफ्तार हो रहे हैं या सरेंडर कर रहे हैं।

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