झारखंड: रांची में पुलिस ने PLFI नक्सली को दबोचा, मांगी थी 3 करोड़ की रंगदारी

झारखंड (Jharkhand) के रांची जिले में पुलिस (Police) ने एक नक्सली (Naxalite) को दबोचा है। कोतवाली थाना क्षेत्र के अपर बाजार के कारोबारी से तीन करोड़ रंगदारी मांगने में रांची पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

Naxalite

गिरफ्तार नक्सली।

पुलिस की गिरफ्त में आए हार्डकोर नक्सली (Naxalite) अजीत कुमार सिंह ने बीते 18 सितंबर को अपर बाजार के व्यवसायी को फोन कर पीएलएफआई (PLFI) सुप्रीमो के नाम पर तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी।

झारखंड (Jharkhand) के रांची जिले में पुलिस (Police) ने एक नक्सली (Naxalite) को दबोचा है। कोतवाली थाना क्षेत्र के अपर बाजार के कारोबारी से तीन करोड़ रंगदारी मांगने में रांची पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 12 अक्टूबर को तकनीकी सेल की मदद से क्यूआरटी टीम ने खूंटी से पीएलएफआई (PLFI) के नक्सली अजीत कुमार सिंह को धर दबोचा।

अजीत कुमार सिंह खूंटी जिले के जरियागढ़ थाना क्षेत्र के पिचकोरा गांव का रहने वाला है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने नक्सली अजीत कुमार सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। पुलिस की गिरफ्त में आए हार्डकोर नक्सली अजीत कुमार सिंह ने बीते 18 सितंबर को अपर बाजार के व्यवसायी को फोन कर पीएलएफआई सुप्रीमो के नाम पर तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।

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इसको लेकर कारोबारी के कर्मचारी मनीष ने कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। कारोबारी से रंगदारी मांगने की जानकारी मिलते ही एसएसपी ने क्यूआरटी और तकनीकी सेल को केस की जिम्मेदारी दी। एसएसपी के अगुवाई में टीम ने पहले तो ये कंफर्म किया कि रंगदारी पीएलएफआइ के नाम पर मांगी गई है।

इसके बाद मैसेज भेजने वाले नंबर को ट्रेस करना शुरु किया। तकनीकी सेल ने जब नंबर ट्रेस किया तो उसका लोकेशन खूंटी का मिला। इसके बाद एक टीम खूंटी भेजी गई और अजीत को गिरफ्तार कर लिया।

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पुलिस की पूछताछ में नक्सली (Naxalite) अजीत ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। अजीत ने बताया कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के कहने पर उसने रंगदारी मांगी। उसने बताया कि रांची सहित राज्य के बड़े कारोबारियों से रंगदारी मांगने के लिए दिनेश गोप के कहने पर तीन सदस्यीय टीम काम कर रही है।

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यह टीम कारोबारियों की साइट पर रेकी कर पूरी जानकारी पीएलएफआई सुप्रीमो तक पहुंचाती है। कारोबारी के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा करने के बाद दिनेश गोप के कहने पर रंगदारी मांगी जाती है।

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