Jharkhand: राज्य के पुलिसकर्मियों के लिए खुशखबरी! नए साल से मिलेगा ये लाभ

कोरोना वॉरियर्स के तौर पर काम करते हुए जान गवानें वाले पुलिसकर्मियों के लिए भी जल्द ही बड़ी कवायद की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि नए साल में पुलिसिंग में कई बदलाव होंगे।

Jharkhand Police

फाइल फोटो।

कोरोना काल के दौरान झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने वॉरियर की तरह काम किया। पुलिस के द्वारा 40 लाख से अधिक लोगों को भोजन कराया गया।

झारखंड (Jharkhand) में पुलिसकर्मियों के लिए खुशखबरी है। नए साल से प्रदेश के सभी थानों में तैनात थानेदार से सिपाही स्तर के पुलिसकर्मियों को एक दिन का साप्ताहिक अवकाश मिलेगा। यह सुविधा एक जनवरी से शुरू हो जाएगी। डीजीपी एमवी राव ने 30 दिसंबर को पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान इस बात का ऐलान किया।

साप्ताहिक अवकाश के फैसले के बाद राज्य के 500 थानों में तैनात 5 हजार जूनियर अफसरों समेत तकरीबन 20 हजार सिपाही- हवलदार लाभान्वित होंगे। डीजीपी ने कहा कि हाल के दिनों में राज्यभर के थानेदारों और थानों में तैनात पुलिसकर्मियों से सीधे बातचीत की जा रही है। फरवरी तक राज्य के सभी थानों में तैनात पुलिसकर्मियों से सीधी बात हो जाएगी। थाने में तैनात पुलिसकर्मियों से हुई। बातचीत से मिले फीडबैक के आधार पर ये कदम उठाया जा रहा है ताकि पुलिसकर्मी अपने परिवार को भी वक्त दे पाएं। 

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डीजीपी एमवी राव ने बताया कि कोरोना काल के दौरान झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने वॉरियर की तरह काम किया। पुलिस के द्वारा 40 लाख से अधिक लोगों को भोजन कराया गया। लॉकडाउन के वक्त अकेले रहने वाले बुजुर्गों तक पुलिस दवा भी पहुंचाती थी। वहीं, लॉकडाउन में आने वाली हर परेशानियों का पुलिस ने डट कर मुकाबला किया।

डीजीपी ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स के तौर पर काम करते हुए जान गवानें वाले पुलिसकर्मियों के लिए भी जल्द ही बड़ी कवायद की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि नए साल में पुलिसिंग में कई बदलाव होंगे। राज्य पुलिस (Jharkhand Police) के द्वारा पुलिसकर्मियों की स्किल बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। पुलिस के वर्किंग और लिविंग कंडिशन पर ध्यान दिया जा रहा है। 

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डीजीपी ने कहा कि अपराध की वारदातों के बाद अब नए तरीके से काम किया जा रहा है। पुलिस केस के अनुसंधान के साथ साथ अब यह भी जांचती है कि घटना को रोका जा सकता था या नहीं। घटना को रोकने के पहलुओं पर विचार कर कार्रवाई भी की जा रही है। इससे पुलिस अफसरों में जिम्मेदारी का भाव बढ़ा है।

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