
कुख्यात नक्सली रणविजय महतो के दिन अब लद चुके हैं। पुलिस के जवान इस दुर्दांत को घेरने में जुट गए हैं।
Exclusive Sirf Sach: कुख्यात नक्सली रणविजय महतो के दिन अब लद चुके हैं। पुलिस के जवान इस दुर्दांत को घेरने में जुट गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एसएसपी अभियान एवं पैक थाना प्रभारी कार्तिक महतो के नेतृत्व में काफी संख्या में सेप एवं जिला बल के जवानों ने झारखंड(Jharkhand) के गिरीडीह एवं बोकारो जिला की सीमा क्षेत्र के अलावा डेगा गढा, मुंगो, कोठी गांव सहित कई जंगली इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाकर उन्हें चारों खाने चित करने की कवायद तेज कर दी है।

Jharkhand पुलिस को जो पुख्ता जानकारी मिली है उसके मुताबिक नक्सली कमांडर रणविजय, नावाडीह के ऊपरी घाट में मौजूद है। 15 लाख का इनामी रणविजय पुलिस बल की इस तैयारी से घबरा गया है।इस संबंध में पैक थाना प्रभारी कार्तिक महतो ने ‘सिर्फ सच’ को बताते हुए कहा कि डेगागढा सहित ऊपर घाट के जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के खिलाफ Jharkhand पुलिस छापेमारी अभियान चला रही है। हालांकि पुलिस को अभी कोई सफलता नहीं मिल पाई है।
थाना प्रभारी का कहना है कि खुफिया सूत्रों के अनुसार, रणविजय को अन्य नक्सली कमांडरों ने गिरीडीह एवं बोकारो जिले में नक्सली अभियान तेज करने एवं नक्सली समाज में ग्रामीणों को सदस्यता दिलाने एवं संगठन को पुनः मजबूत करने की जिम्मेवारी दी है। खुफिया विभाग ने सियारी जंगल में भाकपा माओवादी नक्सलियों के जुड़ने की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन ने छापेमारी अभियान चला रखा है।
देखें पूरी रिपोर्ट:
बता दें कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी माओवादी सितंबर तक अपने संगठन का विस्तार एवं स्थापना दिवस मना रहे हैं इसलिए गिरीडीह पर नजर रख रहे खुफिया विभाग के अधिकारियों ने रणविजय के बारे में यह खुलासा किया है। Jharkhand पुलिस विभाग के अनुसार गिरिडीह जिला के पारसनाथ से चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के नर्रा का रहने वाला रणविजय महतो अपने दस्ते के साथ कुछ दिनों पहले ऊपर घाट में प्रवेश करने का प्रयास कर रहा था। इस बात की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने इस इलाके में पूरी तरह घेराबंदी कर दी है और सर्च अभियान तेज कर दिया है।
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