झारखंड: पलामू से नक्सली गिरफ्तार, कई नक्सली घटनाओं को दे चुका है अंजाम

झारखंड की पलामू पुलिस ने माओवादी नक्सली (Naxalite) अरुंजय उर्फ दुखन को 18 दिसंबर की सुबह गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इस नक्सली को गिरफ्तार किया। वह कई महीनों से फरार चल रहा था।

Naxalite

झारखंड की पलामू पुलिस ने माओवादी नक्सली (Naxalite) अरुंजय उर्फ दुखन को 18 दिसंबर की सुबह गिरफ्तार कर लिया।

झारखंड की पलामू पुलिस ने माओवादी नक्सली (Naxalite) अरुंजय उर्फ दुखन को 18 दिसंबर की सुबह गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इस नक्सली को गिरफ्तार किया। वह कई महीनों से फरार चल रहा था।

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पलामू से गिरफ्तार नक्सली।

नक्सली (Naxalite) दुखन लोकसभा चुनाव के दौरान हरिहरगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित भाजपा कार्यालय उड़ाने का आरोपी है। नक्सलियों के साथ मिलकर उसने कई बड़ी नक्सली घटनाओं को भी अंजाम दिया है। नक्सली (Naxalite) अरुंजय को हरिहरगंज थाना क्षेत्र से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बता दें कि झारखंड से नक्सलवाद (Naxalism) के खात्मे के लिए सरकार कमर कस चुकी है। राज्य में में नक्सलियों के खात्मे के लिए लगातार सुरक्षाबलों के द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। नक्सलवाद अभी भी देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है।

इस साल अब तक राज्य में नक्सली घटनाएं कम हुई हैं। पिछले 5 सालों में नक्सलवाद (Naxalism) घटनाएं कम हुई हैं। हालांंकि, पुलिस जवानों को इसका ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। देश के 30 नक्सलवाद (Naxalism) प्रभावित जिलों में 13 जिले झारखंड के हैं, जो सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों की सूची में शामिल हैं। सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों के मामले में झारखंड पहले स्थान पर है, वहीं छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ में 8 जिले सर्वाधिक नक्सल प्रभावित हैं।झारखंड के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों में खूंटी, गुमला, लातेहार, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम, रांची, दुमका, गिरिडीह, पलामू, गढ़वा, चतरा, लोहरदगा और बोकारो शामिल हैं।

सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम, हजारीबाग, धनबाद, गोड्डा भी नक्सलवाद (Naxalism) की समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं, कम संवदेनशील जिलों में कोडरमा, जामताड़ा, पाकुड़ और रामगढ़ हैं। जबकि देवघर-साहेबगंज नक्सल प्रभावित नहीं माना गया है। हालांकि यहां भी छिटपुट नक्सली घटनाएं होती हैं। बहरहाल, पुलिस, प्रशासन और सरकार राज्य से नक्सलवाद (Naxalism) के खात्मे के लिए पूरी तैयारी में है। साथ ही केन्द्र सरकार का भी पूरा साथ मिल रहा है।

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