सांकेतिक तस्वीर।
कहते हैं जो दूसरों के लिए गढ्ढा खोदतता है, वह खुद उसी गढ्ढे में गिर जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ है झारखंड (Jharkhand) के पश्चिमी सिंहभूम जिले में।
दरअसल, जिले के गोईलकेरा थाना क्षेत्र की मारादीरी पहाड़ी के समीप सांडीबुरू जंगल में नक्सली (Naxalites) सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए लैंड माइंस (Landmines) लगा रहे थे। इस दौरान लैंड माइंस (Landmines) विस्फोट हो गया और इस विस्फोट की चपेट में आने से एक नक्सली कमांडर की मौत हो गई।
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यह इलाका नक्सलियों (भाकपा माओवादी) का गढ़ है। बता दें कि यहीं पिछले 12 जून को पुलिस और सुरक्षाबलों ने 64 आईईडी बम बरामद किए थे। इधर, इस मामले में पूछे जाने पर एसपी इंद्रजीत महाथा ने कहा कि पुलिस को भी ऐसी सूचना मिली है, जिसकी जांच कराई जा रही है। गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले ही सांडीबुरू जंगल में आईईडी बम लगाते समय विस्फोट होने से एक बड़ा नक्सली कमांडर मारा गया था।
नक्सलियों ने उसके शव को दफनाने के बाद शोकसभा भी की थी। बताया जाता है कि उक्त नक्सली कमांडर आईईडी बम लगाने में एक्सपर्ट था। उस इलाके में उसी के द्वारा पहले कई आईईडी बम और लैंड माइंस (Landmines)लगाए गए थे। सांडीबुरू, मारादीरी, आराहासा, कुरकुटिया सहित आसपास के इलाकों में नक्सली कैंप करते हैं।
यह नक्सलियों का सुरक्षित जोन माना जाता है। इधर, पुलिस एवं सुरक्षा बलों की सख्ती बढ़ने से नक्सली जगह-जगह आईईडी बम लगाकर सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
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