झारखंड: गजब है इस टीचर के पढ़ाने का तरीका, कुमार विश्वास और अमिताभ बच्चन कर चुके हैं तारीफ

टीचर परमेश्वर यादव (Parmeshwar Yadav) का कहना है कि गीत गाकर बच्चे जल्दी सब्जेक्ट्स को याद कर लेते हैं और उनकी समझ में भी जल्दी आ जाता है।

Parmeshwar Yadav

टीचर परमेश्वर यादव

टीचर का नाम परमेश्वर यादव (Parmeshwar Yadav) है और वह कोरोना और नक्सलियों के डर के बीच अपने स्टूडेंट्स को गणित के फॉर्मूले गाकर याद करवा रहे हैं और खोरठा भाषा में उन्हें पढ़ा रहे हैं।

झारखंड: गिरिडीह एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां के उत्तराखंड इलाके में अक्सर नक्सली गतिविधियों की खबर आती रहती है। इतने तनाव और डर के बीच भी एक प्राइवेट टीचर अपने स्टूडे्ंटस को ना सिर्फ पढ़ा रहे हैं बल्कि मजेदार तरीके से गणित के फॉर्मूले भी सिखा रहे हैं।

इस प्राइवेट टीचर का नाम परमेश्वर यादव (Parmeshwar Yadav) है और वह कोरोना और नक्सलियों के डर के बीच अपने स्टूडेंट्स को गणित के फॉर्मूले गाकर याद करवा रहे हैं और खोरठा भाषा में उन्हें पढ़ा रहे हैं। खोरठा, झारखंड में तमाम जगह बोली जाने वाली क्षेत्रीय भाषा है।

टीचर परमेश्वर यादव (Parmeshwar Yadav) का कहना है कि गीत गाकर बच्चे जल्दी सब्जेक्ट्स को याद कर लेते हैं और उनकी समझ में भी जल्दी आ जाता है। परमेश्वर ने पहली बार 2019 में इंग्लिश के वॉवेल्स और कॉन्सोनेंट्स को गाकर सुनाया था, इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था। मशहूर कवि कुमार विश्वास ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा था कि काश हमें भी ऐसे ही किसी म्यूजिकल गुरुजी ने पढ़ाया होता तो हम भी आज शशि थरूर बाबू की तरह फर्राटेदार अंग्रेजी बोल रहे होते।

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बता दें कि टीचर परमेश्वर यादव डुमरी के गुलीडाडी गांव के रहने वाले हैं। वह कुमार विश्वास की कविता कोई पागल समझता है कि तर्ज पर बच्चों को गणित पढ़ा रहे हैं।

अमिताभ बच्चन और कुमार विश्वास की ओर से प्रोत्साहन मिलने के बाद से परमेश्वर अपने इलाके में काफी चर्चित हो गए हैं। परमेश्वर का कहना है कि वह सौभाग्यशाली हैं कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और कवि कुमार विश्वास ने उन्हें प्रोत्साहित किया।

परमेश्वर के मुताबिक, वो चाहते हैं कि उनके इलाके के बच्चे भी अच्छी शिक्षा ग्रहण करें और खुद को आगे बढ़ाएं। परमेश्वर का मानना है कि इस तरह से गीत के माध्यम से बच्चों को जब वो पढ़ाते हैं तो बच्चों का भी पढ़ने में मन लगता है।

परमेश्वर गांव के आरपी पब्लिक स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हैं और डीएलएड की ट्रेनिंग भी कर चुके हैं। परमेश्वर खुद के द्वारा स्थानीय भाषा में तैयार किए गीतों को गाकर बच्चों पढ़ाते हैं।

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