सांकेतिक तस्वीर
सुरक्षाबलों का कहना है कि नक्सलियों (Naxalites) के पास आर्थिक कमी है, और उनके पास मैन पावर भी कम हुआ है। इस वजह से वह मेडिकल वेस्ट का इस्तेमाल कर सुरक्षाबलों के जवानों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
रांची: झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है, फिर भी नक्सली अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला ये है कि नक्सली सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
वे मेडिकल सिरिंज की मदद से प्रेशर आईईडी या यूं कहें सिरिंज से सीरीज आईईडी बना रहे हैं और जंगलों में बने अपने ठिकानों को सुरक्षित कर रहे हैं। ये जानकारी तब सामने आई, जब सुरक्षाबलों को इनके इलाकों से इंजेक्शन के सिरिंज की मदद से बने कई आईईडी मिले हैं।
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सुरक्षाबलों का कहना है कि नक्सलियों (Naxalites) के पास आर्थिक कमी है, और उनके पास मैन पावर भी कम हुआ है। इस वजह से वह मेडिकल वेस्ट का इस्तेमाल कर सुरक्षाबलों के जवानों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
वह क्लेमोर माइंस और डाइरेक्शनल माइंस के लिए कबाड़ के सामान का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनके लाल झंडे के नीचे भी आईईडी लगा होता है, जिसे हटाने के साथ ही वह एक्टिव हो जाता है और धमाका हो जाता है। इसके अलावा नक्सली पानी के घड़े में भी आईईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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