झारखंड: बड़े नक्सलियों के खिलाफ कसा गया शिकंजा, इनामी संतोष महतो की पत्नी ने उगले अहम राज

झारखंड (Jharkhand) में बड़े इनामी नक्सलियों (Naxals) पर जबरदस्त शिकंजा कसा गया है। राज्य सरकार (Jharkhand Government) द्वारा वांटेड नक्सलियों के खिलाफ यूएपीए (UAPA) के तहत मुकदमा चलाए जाने पर मुहर लग जाने के बाद अब उनका बच पाना मुश्किल है।

Naxals

सांकेतिक तस्वीर।

झारखंड (Jharkhand) में बड़े इनामी नक्सलियों (Naxals) पर जबरदस्त शिकंजा कसा गया है। राज्य सरकार (Jharkhand Government) द्वारा वांटेड नक्सलियों के खिलाफ यूएपीए (UAPA) के तहत मुकदमा चलाए जाने पर मुहर लग जाने के बाद अब उनका बच पाना मुश्किल है। नक्सलियों के खिलाफ पुलिस (Police) द्वारा पुख्ता सुबूत भी इकट्ठा किया जा चुका है। नक्सलियों (Naxalites) को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह कमर कस चुकी है। पिछले 6 महीनों के भीतर ऐसे 1 दर्जन से भी अधिक मामलों में कार्रवाई करने पर सरकार ने मुहर लगा दी है।

प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी सदस्य और एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी उर्फ आनंदा, 25 लाख के इनामी अजय महतो, बिहार-झारखंड के सीमांचल क्षेत्रों में सक्रिय पिंटू राणा, 15 लाख के इनामी संतोष महतो उर्फ संजय महतो सहित 100 से अधिक बड़े इनामी नक्सलियों (Naxals) पर यह शिकंजा कसा गया है। बता दें कि संतोष महतो की पत्नी और दो लाख की इनामी नक्सली सुनीता को गिरिडीह पुलिस ने 4 दिन पहले ही गिरफ्तार किया है। उसने पुलिस के सामने कई अहम राज उगले हैं, जिससे पुलिस को इन नक्सलियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

इनके खिलाफ केस चलाने को सरकार ने दी है मंजूरी:

झारखंड सरकार एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी उर्फ आनंदा, 25 लाख के इनामी अजय महतो, कृष्णा हांसदा, रणविजय दा उर्फ रणविजय महतो उर्फ वचन दा और संतोष महतो पर सरकार ने UAPA के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है। गिरिडीह के डीसी की अनुशंसा पर सरकार ने यह मंजूरी दी है। बता दें कि 14 अप्रैल, 2019 को इन नक्सलियों ने डुमरी के झामुमो कार्यकर्ता चुटका सोलंकी की हत्या गोली मारकर कर दी थी। इनके खिलाफ डुमरी के दिनेश हेम्ब्रम की हत्या करने का आरोप भी है। इसके अलावा, अजय महतो और कृष्णा हांसदा 10 जून, 2018 को उत्तरी छोटानागपुर में एक दिन के नक्सली-बंद के दौरान पुलिया उड़ाने के लिए विस्फोटक जुटाने की घटना में भी शामिल थे।

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इनके अलावा, राज्य सरकार ने 7 लाख के इनामी नक्सली (Naxali) और संगठन के जोनल कमांडर नवीन मांझी उर्फ नवीन दा, साहिब राम मांझी, परमेश्वर सिंह, महुआ मांझी उर्फ बिंदेश्वरी मरांडी उर्फ विजय, शिबू मांझी उर्फ शिवलाल मांझी, खेमलाल महतो उर्फ फौजी, खूबलाल महतो उर्फ खूबलाल मंडल, राजेंद्र महतो उर्फ राजू, मोहन मांझी, रणविजय महतो, डोडा मांझी , लड़बा मांझी उर्फ सिंह, डोमन जी और महादेव मांझी के खिलाफ भी UAPA के तहत मुकदमा चलाने की स्वीकृति दी है।

इन पर भी कसा जाएगा शिकंजा:

चूड़ा मरांडी उर्फ रोहित जी, धूमा मरांडी,  नुनुचन्द महतो, वीरसेन उर्फ चंचल, साहिब राम मांझी, चरका मांझी उर्फ कल्लू, जयराम मांझी, सुनील टूडू और विश्वा उर्फ विश्वजीत मांझी के खिलाफ जिला प्रशासन ने UAPA के तहत मुकदमा चलाने की अनुशंसा सरकार से की है। बता दें कि भाकपा माओवादी ने 10 जून, 2018 को उत्तरी छोटानागपुर में एक दिन के बंद का आह्वान किया था। इस बंद के दौरान पुलिया उड़ाने के लिए नक्सलियों ने विस्फोटक जुटाया था।

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इनके अलावा, राम दयाल महतो, पंकज मांझी, पवन मांझी, चिंटू कसेरा, सुनील मुरमू, करमचंद हांदसा, बलवीर हांसदा उर्फ बलवीर महतो और साहिब राम मांझी के खिलाफ जिला प्रशासन ने आतंकवाद की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने की अनुशंसा सरकार से की है। इन सभी नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ डुमरी के दिनेश हेम्ब्रम की हत्या करने का आरोप है। इस हत्या में नक्सली नुनुचन्द महतो का भी हाथ था। इस मामले में जांच के दौरान पुलिस को पर्याप्त सुबूत मिले हैं।

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