झारखंड: गिरिडीह से पुलिस ने हार्डकोर नक्सली को दबोचा, लेवी नहीं देने पर ठेकेदार की कर दी थी हत्या

झारखंड के नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिले के पीरटांड़ के ठेकेदार निरंजन सिंह हत्याकांड में शामिल दूसरे हार्डकोर नक्सली (Naxali) देबु टुडु को पुलिस ने भेजा जेल।

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झारखंड के नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिले के पीरटांड़ के ठेकेदार निरंजन सिंह हत्याकांड में शामिल दूसरे हार्डकोर नक्सली (Naxali) देबु टुडु को पुलिस ने भेजा जेल।

झारखंड के नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिले के पीरटांड़ के ठेकेदार निरंजन सिंह हत्याकांड में शामिल दूसरे हार्डकोर नक्सली (Naxali) देबु टुडु को पुलिस ने भेजा जेल, खेताडाबर गांव के तालाब निर्माण में लेवी नहीं देने पर नक्सलियों ने जंगल में घेर कर की थी हत्या।

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गिरफ्तार नक्सली देबु टुडु।

दो साल पहले हुए झारखंड के गिरिडीह के पीरटांड़ के खेताडाबर के ठेकेदार निरंजन सिंह हत्याकांड में शामिल हार्डकोर नक्सली (Naxali) देबु टुडु को मुफ्फसिल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर 27 दिसंबर को जेल भेज दिया। हालांकि देबु के पास से पुलिस ने कोई हथियार बरामद नहीं किया। आरोपी नक्सली देबु टुडु को मुफ्फसिल थाना पुलिस ने 26 दिसंबर की मध्य रात्रि उसके खुखरा थाना क्षेत्र के हरलाडीह स्थित आवास से गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, पीरटांड़ थाना क्षेत्र के खेताडाबर गांव के रहनेवाले निरंजन सिंह की हत्या देबु टुडु ने पीरटांड़ इलाके के अपने सहयोगी नक्सली के साथ मिल कर कर दी थी। जिसमें एक नक्सली (Naxali) को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।

वहीं, दो साल बाद 26 दिसंबर की देर रात देबु टुडु को पुलिस ने दबोचा। पुलिस की मानें तो देबु टुडु ने ही पीरटांड़ के हार्डकोर नक्सली (Naxali) के सहयोग से निरंजन सिंह की हत्या की थी। गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस ने खुखरा पुलिस के सहयोग से देबु टुडु को दबोचने में सफलता पाई। बताते चलें कि खेताडाबर गांव में एक तालाब निर्माण की ठेकेदारी को लेकर नक्सलियों ने निरंजन सिंह से लेवी की मांग की थी। नक्सलियों द्वारा लेवी की मांग को निरंजन सिंह ने देने से इंकार कर दिया था। इसी बीच एक दिन निरंजन सिंह अपने एक दोस्त के साथ जा रह थे। नक्सलियों ने दोनों की बाईक को जंगल में रोका। फिर उनकी बाईक को छीन कर जंगल में छिपा दिया।

इस घटना के दौरान नक्सलियों ने निरंजन के दोस्त को छोड़ दिया। जबकि निरंजन की हत्या कर दी। हत्या के बाद मुफ्फसिल थाना पुलिस को जांच के क्रम में जो तथ्य मिले, उसके अनुसार निरंजन सिंह हत्याकांड में देबु टुडु के साथ उसके सहयोगी के हाथ होने की बात साफ हुई। इसके बाद मृतक ठेकेदार की पत्नी के आवेदन पर पुलिस ने थाना कांड संख्या 141/17 दर्ज कर पीरटांड़ के इलाके से देबु के सहयोगी को दबोचने में सफल हुई थी।

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