
झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे (DGP Kamal Nayan Choubey) पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक करने लातेहार पहुंचे।
झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे (DGP Kamal Nayan Choubey) पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक करने लातेहार पहुंचे। डीजीपी ने 27 फरवरी को पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। कोयला और रेलवे प्रोजेक्ट को सुरक्षा देने को लेकर यह बैठक की गई। करीब दो घंटे तक चली इस मीटिंग के दौरान डीजीपी चौबे ने कई बिंदुओं पर चर्चा की।

क्षेत्र में अमन, चैन, शांति लाना प्राथमिकता: इस बैठक में अन्य पहलुओं के साथ क्षेत्र में अमन शांति बनाए रखने का मुख्यरूप से निर्देश दिया गया। नक्सल प्रभावित इलाकों के विकास को लेकर भी इस बैठक में चर्चा की गई। डीजीपी कमल नयन चौबे (DGP Kamal Nayan Choubey) के मुताबिक, इस क्षेत्र में अमन, चैन, शांति दिलाना हमारी प्राथमिकता है। पुलिस द्वारा नक्सलियों पर पूरी तरह लगाम लगाया गया है। वह सिर्फ मौजूद दिखाने के लिए छोटी छोटी घटना कर रहे हैं। मौजूदगी दिखाना उनकी मजबूती दिखाना नहीं है।
“हिम्मत है तो सामने आकर दिखाएं”: डीजीपी चौबे ने नक्सलियों को चेतावनी दी। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा, “अगर हिम्मत है तो सामने आकर दिखाएं, मारे जाएंगे।” डीजीपी (DGP Kamal Nayan Choubey) ने आगे कहा कि जिले में सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान द्वारा लगातार नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चलाकर उसे कमजोर करने का काम किया है। आगे भी उनके खिलाफ अभियान जारी रहेगी। विकास योजनाओं में बाधा उत्पन्न करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटने को तैयार है।
जिले में कमजोर हुए हैं नक्सली: डीजीपी ने आगे कहा कि लातेहार को नक्सल प्रभावित माना जाता है, लेकिन अब इस जिले में विकास की धारा भी बहनी चाहिए। यहां के लोगों को शिक्षा देकर रोजगार से भी जोड़ा जाएगा। रेलवे, खदान जैसे कई प्रोजेक्ट खुलने वाले हैं, जिससे यहां लोगों को फायदा होगा। डीजीपी चौबे (DGP Kamal Nayan Choubey) ने बताया कि पिछले चुनाव के दौरान नक्सल प्रभावित इलाकों में शांतिपूर्ण मतदान कराना गया है। जो साफ दर्शाता है कि जिले में नक्सली कमजोर हुए हैं।
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