छत्तीसगढ़ के लोहरदगा में पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने छापेमारी करके रवींद्र गंझू के दस्ते के सबजोनल कमांडर उदय उरांव को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह नक्सली (Naxali) प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का सदस्य था। एक गुप्त सूचना के आधार पर जिले की पुलिस ने नक्सली उदय के गांव में छापेमारी करके उसे गिरफ्तार किया है।
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लोहरदगा की एसपी प्रियंका मीणा के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी गिरोह के रवींद्र गंझू दस्ते का सब जोनल कमांडर उदय उरांव पेशरार थानाक्षेत्र के मुरहू करचा गांव में अपने भाइयों से मिलने आने वाला है। इसी सूचना के आधार पर नक्सली को दबोचने के लिए पुलिस ने एक छापेमारी टीम का गठन किया। पुलिस की टीम ने मुरहू करचा गांव में घेराबंदी करके छानबीन शुरू की और उदय उरांव को दबोच लिया।
एसपी मीणा के मुताबिक, गिरफ्तार नक्सली उदय उरांव (Naxali) ने पुलिस के सामने यह कबूल किया है कि वह कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुका है और पुलिस के साथ कई मुठभेड़ों में भी शामिल रहा है।
पेशरार थानाक्षेत्र के ओनेगडा पुल निर्माण में लेवी को लेकर ठेकेदार के मुंशी के साथ मारपीट में वह शामिल रहा है। साथ ही ठेकेदार विकास गुप्ता के मुंशी की हत्या और निर्माण कार्य में लगे ट्रैक्टर व पोकलेन को विस्फोट करके क्षतिग्रस्त करने में भी उसका हाथ था। जिसके कारण नक्सली उदय उरांव के खिलाफ पेशरार थाने में कई प्राथमिकी दर्ज थे।
एसपी प्रियंका के मुताबिक, कुछ दिन पहले सेरेंगदाग घाटी में पुलिस गश्ती टीम को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने गोलीबारी की थी, जिसमें तीन पुलिस कर्मी जख्मी हुए थे, उसमें भी नक्सली उदय (Naxali) शामिल था।
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