झारखंड-बिहार का मोस्ट वांटेड नक्सली गिरफ्तार, कई नक्सली वारदातों का है आरोपी

पुलिस गिरफ्त में आया ये कुख्यात नक्सली साल 2017 में  बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले के खोटवा-बथान के मदनपुर के जंगलों में नक्सली (Naxalite) नितेश जी के सदस्य के साथ पुलिस मुठभेड़ की घटना में शामिल था।

Naxalite

झारखंड के छतरपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने झारखंड और बिहार राज्य का वांछित नक्सली (Naxalite) रितिक कुमार सिंह उर्फ रितिक यादव को धड़ दबोचा है। पुलिस ने ये गिरफ्तारी अपने खूफिया सूत्रों के आधार पर मुकम्मल की है। इस नक्सली ने 2013 के बाद झारखंड राज्य के पलामू जिला और बिहार राज्य के गया, औरंगाबाद जिले में कई नक्सली घटनाओं में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है।

इसे गिरफ्तार करने में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी छतरपुर, पुलिस अंचल निरीक्षक व थाना प्रभारी छतरपुर वासुदेव मुंडा , खजूरी पिकेट के सेट 15 के सूबेदार आरएन बड़ाईक, छतरपुर थाना  के सहायक अंचल निरीक्षक भूपेंद्र सिंह, हवलदार जिनेंद्र सोय, गणपति लाकड़ा ,तसादुक अंसारी एवं  की अहम भूमिका रही।

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यह हार्डकोर नक्सली भाकपा माओवादी के सक्रिय सदस्य के साथ-साथ कुख्यात भी था जो भाकपा माओवादी संगठन के मध्य जोन के जोनल कमांडर नितेश जी उर्फ इरफान उर्फ सूरज जी उर्फ नंदू यादव के दस्ते में सक्रिय रहता था।

बता दें कि इस नक्सली (Naxalite) के माता-पिता का कोई अता-पता नहीं है। जब वह 5 वर्ष का था तब छतरपुर रेलवे स्टेशन से लावारिस अवस्था में रूद्र गांव का एक व्यक्ति इसे अपने घर लाया था।

जब ये बालक कुछ बड़ा हुआ और इसकी उम्र 8 बरस की हुई तभी इतनी छोटी से उम्र में ये प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के कुख्यात नक्सली (Naxalite) संदीप के संपर्क में आकर भाकपा माओवादी के सक्रिय सदस्य के रूप में शामिल हो गया। इसके बाद युवावस्था से ही इसने कई नक्सली कारनामों को अंजाम दिया जिसमें कुछ प्रमुख घटनायें निम्नलिखित हैं।

दरअसल साल 2013 में यह नक्सली (Naxalite) नितेश जी के दस्ते के साथ लकड़बग्घा जिला चतरा के जंगल में टीपीसी के साथ मुठभेड़ की घटना में गया हुआ था, लेकिन इस घटना में भाकपा माओवादी के 4 सदस्यों की हत्या टीपीसी के सदस्यों द्वारा कर दी गई थी। घटना के बाद बाकी बचे सदस्यों के साथ यह अपने दस्ते में लौट गया।

साल 2015-16 में पलामू जिले के छतरपुर प्रखंड के खजूरी नौडीहा के छात्रधारी नदी पर निर्माणाधीन फूल में लेवी नहीं मिलने के कारण दस्ता के सदस्यों के साथ पोकलेन मशीन जलाने की घटना में शामिल था।

साल 2016 में पलामू जिले के काला पहाड़ महोदय के बीच जंगल में डीपीसी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ जिसमें डीपीसी के चार सदस्यों की मारे जाने की घटना हुई थी जिस घटना में नक्सली (Naxalite) नितेश जी के दस्ते में यह शामिल था।

साल 2017 में काला पहाड़ क्षेत्र में पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी इस मुठभेड़ कांड में अपने दस्ते के नक्सली सदस्यों के साथ यह भी शामिल था।।

साल 2017 में  बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले के खोटवा-बथान के मदनपुर के जंगलों में नक्सली (Naxalite) नितेश जी के सदस्य के साथ पुलिस मुठभेड़ की घटना में शामिल था। इस घटना में दस्ते के एक सदस्य विनय यादव उर्फ जिलेबी के पैर में गोली लगने से जख्मी हो गया और एक सदस्य देवकी भुईयां मारा गया था।

साल 2018 में झारखंड के चाईबासा में भाकपा माओवादी संगठन के बड़े नेताओं के साथ मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमें गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस इन नेताओं को घेरने के लिए अभियान चलाया था। इसी दौरान पुलिस को आते देख संगठन के नेताओं ने पुलिस पर गोलीबारी करना शुरू कर दिया। जिससे दोनों तरफ से काफी देर तक मुठभेड़ चली और कई पुलिसकर्मी इस घटना में जख्मी हो गए थे। उस कांड में भी अपने नक्सली सरदार नितेश जी के साथ ये कुख्यात नक्सली (Naxalite) रितिक कुमार सिंह शामिल था।

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