झारखंड: गिरिडीह में पुलिस को बड़ी कामयाबी, 16 साल से फरार हार्डकोर माओवादी गिरफ्तार

इस माओवादी के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पिछले कई सालों से ये नक्सली संगठन में सक्रिय था। गिरिडीह पुलिस को यह सफलता मंगलवार की सुबह मिली।

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सांकेतिक तस्वीर।

इस माओवादी (Maoist)  के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पिछले कई सालों से ये नक्सली संगठन में सक्रिय था। गिरिडीह पुलिस को यह सफलता मंगलवार की सुबह मिली।

गिरिडीह: भेलवाघाटी थाना पुलिस ने 16 साल से फरार चल रहे हार्डकोर माओवादी (Maoist) मुंशी मांझी उर्फ मुंसी मुर्मू को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। हार्डकोर माओवादी मुंशी को बिहार के जमुई जिले के चकाई थाना के मंडवा गांव से गिरफ्तार किया गया है।

हालांकि इस माओवादी (Maoist)  के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पिछले कई सालों से ये नक्सली संगठन में सक्रिय था। गिरिडीह पुलिस को यह सफलता मंगलवार की सुबह मिली।

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इसके साथ ही अब तक 7 माओवादियों को भेलवाघाटी थाना पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जानकारी के अनुसार, 16 साल से फरार माओवादी मुंशी के खिलाफ भेलवाघाटी में नक्सली कांड 73/05 दर्ज था। इस माओवादी ने साल 2005 में एक साथ 13 ग्रामीणों का अपहरण कर जनअदालत लगाई थी और जेम्स मुर्मू की हत्या, मंसूर अंसारी का दाहिना हाथ काटने और गांव के फुचु मरांडी का कान काटने की सजा दी थी।

इसके बाद गांव के ही बानो मरांडी ने केस दर्ज कराया था। पुलिस की माने तो घटना को मुंशी समेत करीब 25 माओवादियों ने मिलकर अंजाम दिया था।

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