
15 अगस्त के मौके पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से लेकर घाटी में मौजूद उनके दहशदगर्त भले जो भी साजिशें बुनने में लगे हों‚ लेकिन इस बार आजादी का यह महापर्व जम्मू–कश्मीर में खास होगा। इस दिन जम्मू–कश्मीर के चिह्नित किए गए 3305 गांवों में एक साथ भारत की शान तिरंगे (Tricolor) को फहराया जाएगा और राष्ट्रगान होगा।
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जम्मू कश्मीर में इस खास मौके पर स्वाधीनता आंदोलन में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया जाएगा। राष्ट्र भावना से प्रेरित यह भव्य कार्यक्रम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पहली बार आयोजित करने जा रही है।
गौरतलब है कि एबीवीपी के नाम से पहचाने जाने वाला ये छात्र संगठन बीजेपी और संघ से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। जम्मू कश्मीर एबीवीपी के सचिव मुकेश मन्हास के अनुसार, इस खास दिन सुबह 10 बजे जम्मू–कश्मीर के 3305 गांवों में तिरंगा (Tricolor) फहराया जाएगा‚ जिसमें एबीवीपी के अलावा एनसीसी‚ एनएसएस व सिविल सोसाइटी से जुड़े करीब 7 हजार नौजवान शिरकत करेंगे। सर्वाधिक झंडारोहण जम्मू के 600 गांवों में होगा। इसके अलावा राजौरी‚ सुंदरबनी‚ कठुआ‚ सांबा‚ उधमपुर‚ रियासी‚ रामबन‚ डोडा के चिह्नित किए गए गांवों के अलावा घाटी के गांवों में भी तिरंगा फहराने के साथ राष्ट्रगान भी गाया जाएगा।
एबीवीपी सचिव मन्हास के मुताबिक, घाटी में तिरंगा (Tricolor) फहराने के लिए एक हजार गांव चिह्नित किए गए हैं। ये गांव श्रीनगर‚ बड़गांव ‚बारामुला‚ कुलगाम समेत घाटी के अन्य जिलों में स्थित हैं।
मन्हास ने बताया कि उनका संगठन व कार्यकर्ता किसी भी प्रकार की आतंकी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि जिस घाटी में किसी समय तिरंगे के सम्मान को लेकर चर्चा तक करना मुमकिन नहीं था‚ अब उसी घाटी में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर करीब एक हजार गांव में राष्ट्रगान के साथ तिरंगा (Tricolor) लहराया जाएगा।
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