Sopore Encounter: सुरक्षाबलों ने लश्कर के मोस्ट वांटेड आतंकी आसिफ को मार गिराया

जम्मू-कश्मीर के सोपोर में एक एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के बड़े आतंकी आसिफ को मार गिराया है। लश्कर का आतंकी आसिफ हाल ही में सोपोर में एक फल व्यापारी के परिवार के तीन सदस्यों को गोली मारने और घायल होने के लिए जिम्मेदार था।

Sopore Encounter, LeT terrorist Asif neutralised in an encounter in Sopore

लश्कर का आतंकी आसिफ मारा गया।

Sopore Encounter: जम्मू-कश्मीर के सोपोर में एक एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के बड़े आतंकी आसिफ को मार गिराया है। सुरक्षाबलों को बुधवार सुबह जानकारी मिली थी कि इलाके में एक आतंकी छिपा हुआ है। सटीक जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाया और लश्कर आतंकी को मार गिराया।

Sopore Encounter, LeT terrorist Asif neutralised in an encounter in Sopore
लश्कर का मोस्ट वांटेड आतंकी आसिफ मारा गया। सांकेतिक तस्वीर।

लश्कर का आतंकी आसिफ हाल ही में सोपोर में एक फल व्यापारी के परिवार के तीन सदस्यों को गोली मारने और घायल होने के लिए जिम्मेदार था। घायलों में एक युवा लड़की अस्मा जान भी शामिल थी।

इस साल के पहले आठ महीनों में भारतीय सेना ने 139 आतंकवादियों को मार गिराया है। इस संख्या में नियंत्रण रेखा के साथ-साथ राज्य के भीतरी इलाकों में सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की संख्या भी शामिल है। ये आंकड़े एक जनवरी से 29 अगस्त तक सेना की ओर से मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में हैं।

गौरतलब है कि आसिफ की पिछले कई दिनों से तलाश की जा रही थी। बता दें कि आसिफ ने ही बीते दिनों सोपोर में एक घर पर आतंकवादी हमले किए थे जिसमें एक बच्ची सहित परिवार के चार सदस्य घायल हो गए थे। जानकारी के अनुसार, सोपोर में दो व्यक्ति धमकी देने के लिए एक प्रमुख फल व्यापारी हमीदुल्ला राथेर के घर गए थे और उन्हें घर में नहीं पा कर आतंकवादियों ने उनकी ढाई साल की पोती असमा जान सहित अन्य परिजन पर गोलियां चलाईं। गंभीर रूप से घायल बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। इसके अलावा आसिफ ने सोपोर में ही एक मजदूर शफी आलम को भी गोली मार दी थी।

इस पहले, मंगलवार को पुलिस ने आतंकियों के आठ साथियों को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि इनका संबंध भी लश्कर-ए-तैयबा से था। ये लोग इलाके में पोस्टर छापकर आम लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने बताया कि सभी आतंकी दुकानदारों और आम लोगों में दहशत पैदा करने का काम कर रहे थे।

कश्मीर के डीजीपी ने कहा था, पाक के आंतकवादी संगठन खासकर के लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन लोगों के ऊपर दबाव बना रहे हैं कि वह अपने दैनिक कार्यों को न करें। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया था कि यह सुनिश्चित किया गया है कि लोग जब अपनी दुकान खोलना चाहें तब वह खोल सकते हैं।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें