घाटी में लगातार हो रही टारगेट किलिंग पर अब लगेगी लगाम! महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाये गये हाईटेक कैमरे, आतंकियों के खात्मे के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात

इस साल सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में अभी तक 112 आतंकवादी मारे जा चुके हैं और करीब 135 आतंकवादी और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

Militants

जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों (Militants) द्वारा की जा रही टारगेट किलिंग के खिलाफ केंद्रीय केंद्र सरकार लगातार कड़े कदम उठा रही है। इसके चलते अब आतंकवादियों और उनके मददगारों की खैर नहीं। खासकर हाइब्रिड आतंकवादियों से निपटने के लिए घाटी में बड़ी तादाद में अर्ध सैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियां तैनात की जा रही हैं।

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सूत्रों के मुताबिक अब यहां प्रमुख जगहों पर चेहरों को पहचानने वाले फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी (Facial Recognition Technology) तकनीक से लैस आधुनिक कैमरे भी लगाए जाएंगे। यह कैमरे भीड़ में छिपे आतंकवादियों (Militants) की पहचान और फिर उनके सफाए के लिए लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत श्रीनगर से की जाएगी। इस नई तकनीक के कैमरा से आतंकी अथवा उसके मददगार ओवर ग्राउंड वर्कर के सक्रिय होने की पुख्ता जानकारी मिल पाएगी।

गौरतलब है कि पिछले महीने की पहली तारीख (एक अक्तूबर) से अभी तक करीब 14 निर्दोष लोगों  की टारगेट किलिंग की जा चुकी है। इसमें प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं। इसके लिए हाइब्रिड आतंकवादियों (Militants) को जिम्मेदार बताया जा रहा है। यह वह आतंकी हैं जो कहीं किसी जगह नौकरी करते हैं और उसी दौरान आतंकी हैंडलरों के निर्देश पर टारगेट किलिंग करते हैं। इसलिए इन्हें हाइब्रिड आतंकी की संज्ञा दी गई है।

टारगेट किलिंग का ताजा मामला श्रीनगर के मोहम्मद इब्राहिम खान का है। वह श्रीनगर के पुराने शहर में एक कश्मीरी हिंदू डा. संदीप मावा के शोरूम में करीब 10 सालों से काम करते थे। लेकिन सोमवार रात को आतंकवादियों (Militants) ने इब्राहिम की हत्या कर दी।

इस प्रकरण के बाद शोरूम के मालिक डा. संदीप मावा ने बताया कि दरअसल आतंकवादियों (Militants) के टारगेट पर वह खुद थे। लगातार हो रही टारगेट किलिंग ने प्रदेश शासन से लेकर गृह मंत्रालय तक चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। इसे देखते हुए अब घाटी में सीआरपीएफ की 30 और बीएसएफ की 25 कंपनियों की अतिरिक्त तैनाती की जा रही है। इनमें से सीआरपीएफ की 25 कंपनियां पहुंच चुकी हैं। बाकी पांच कंपनियां रास्ते में हैं।

इसके अलावा टारगेट किलिंग को रोकने के लिए श्रीनगर के लाल चौक जैसे महत्वपूर्ण व भीडभाड़ वाले इलाकों पर नए बंकर बनाये गए हैं। यहां तैनात महिला सुरक्षाकर्मी यहां से गुजरने वाली हर महिलाओं की जांच कर रही हैं।

बताया गया कि इस साल सुरक्षाबलों के साथ हुई अलग-अलग मुठभेड़ में अभी तक 112 आतंकवादी मारे जा चुके हैं और करीब 135 आतंकवादी और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। खुफिया सूत्रों का यह भी कहना है कि सीमा पार बैठे तमाम आतंकी संगठनों के हैंडलर्स आने वाले दिनों में आतंकवादियों (Militants) और हाइब्रिड आतंकवादियों के जरिए बड़ी टारगेट किलिंग्स को अंजाम देने की फिराक में हैं।

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