Jammu Kashmir: लश्कर के दो आतंकियों ने किया सरेंडर, PDP नेता के PSO की हत्या में थे शामिल

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। इस बीच कुलगाम में जवानों को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दो आतंकियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर (Terrorists Surrender) कर दिया।

Terrorists Surrender

सांकेतिक तस्वीर।

सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर जारी थी। उसी दौरान परिवार की अपील पर दोनों आतंकियों ने सरेंडर (Terrorists Surrender) कर दिया।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। इस बीच कुलगाम में जवानों को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दो आतंकियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर (Terrorists Surrender) कर दिया। जानकारी के मुताबिक, कुलगाम के तोंगदोनू में एक मुठभेड़ (Encounter) के दौरान आतंकियों (Terrorists) ने आत्मसमर्पण (Surrender) किया। परिवार की अपील पर लश्कर के दोनों स्थानीय आतंकियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर किया।

कश्मीर जोन पुलिस (Kashmir Zone Police) के मुताबिक, सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर जारी थी। उसी दौरान परिवार की अपील पर दोनों आतंकियों ने सरेंडर (Terrorists Surrender) कर दिया। इन दोनों के पास से दो पिस्तौल और गोला बारूद बरामद की गई है। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने दोनों आतंकियों द्वारा आत्मसमर्पण किए जाने की पुष्टि की है।

झारखंड: टेलर से खूंखार नक्सली बन गया था जीदन गुड़िया, सीएम की हत्या की ली थी सुपारी, दर्ज हैं 129 मामले

आईजीपी ने बताया कि इन्हीं दोनों आतंकियों ने श्रीनगर के नाटीपोरा इलाके में पीडीपी नेता के घर हमला कर उसके पीएसओ को शहीद किया था। आईजीपी विजय कुमार ने कहा कि अब तक इस साल लाइव एनकाउंटर के दौरान 12 आतंकवादी सरेंडर (Terrorists Surrender) कर चुके हैं।

पुलिस के मुताबिक, आज सुबह जब उन्हें इस बात की सूचना मिली कि कुलगाम के तोंगडोनू इलाके में लश्कर के दो आतंकवादी छिपे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर एसओजी (SOG), सेना (Army) की 34 RR और सीआरपीएफ (CRPF) की एक संयुक्त टीम ने जिले के तोंगडोनू इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाकर्मी संदिग्ध स्थल की ओर बढ़े आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी।

ये भी देखें-

सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों (Terrorists) को आत्मसमर्पण (Surrender) करने के लिए कहा, पर वे नहीं माने। जब सुरक्षाबलों को पता चला कि ये दोनों आतंकी स्थानीय हैं, तो उन्होंने बातचीत के लिए उनके परिजनों को मौके पर बुलाया। परिजनों ने मौके पर पहुंच दोनों आतंकियों को परिवार और बच्चों का हवाला दिया गया। इसके बाद वे आत्मसमर्पण करने के लिए मान गए।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें