
कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद को श्रीनगर हवाई अड्डे पर रोका गया।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 (Article 370) हटाए जाने के बाद कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद को श्रीनगर हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रमुख गुलाम अहमद मीर और उन्हें 8 अगस्त को श्रीनगर हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया था। वह जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पहली बार वहां जा रहे थे। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के एक वीडियो को लेकर टिप्पणी की थी।
एनएसए अजीत डोभाल का शोपियां में स्थानीय लोगों के साथ एक वीडियो था, जिसमें वो लोगों से बातचीत करते हुए देखे गए थे। इस वीडियो पर हमला बोलते हुए गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि पैसे देकर आप किसी को भी साथ ले सकते हो। दरअसल, जम्मू-कश्मीर को पुनर्गठित किए जाने के बाद कश्मीर घाटी में पैदा हालात पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की पैनी नजर है। उन्होंने घाटी के विभिन्न इलाकों में दौरा किया। साथ ही सुरक्षाबलों और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। इस दौरान कई जगहों पर लोगों ने उन्हें अपने घर पर दावत भी दी थी। आतंकियों का गढ़ कहलाने वाले दक्षिण कश्मीर के शोपियां में उन्होंने सड़क पर लोगों के साथ खाना खाया था।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटा दिया है। जिसका कई विपक्षी पार्टियों ने विरोध भी किया। इसका विरोध करने वाली पार्टियों में कांग्रेस भी शामिल थी। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इस फैसले पर कहा था कि केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म कर देश के सिर के टुकड़े कर दिए हैं। साथ ही, जम्मू और कश्मीर के लोगों को राजनीतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से खत्म कर दिया है। आजाद ने सरकार पर वोट हासिल करने के लिए यह कदम उठाए जाने का आरोप लगाया।
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