खुफिया रिपोर्ट में खुलासा- कश्मीर में कत्लेआम के लिए पाक ने बनाई 200 लोगों की हिट लिस्ट, कश्मीरी पंडित-नेता व कारोबारी निशाने पर

आईएसआई और आतंकी संगठन उन आतंकियों (Terrorists) की मदद करने के लिए सहमत हुए जो नवीनतम हमलों और टारगेट किलिंग (Target Killing) के लिए भारतीय सुरक्षाबलों की निगरानी में नहीं हैं।

Jammu Kashmir Terrorists

ISI backed terrorists prepared list of 200 to carry out target killing: Intel Report

जम्मू–कश्मीर में कश्मीरी पंडितों और गैर–मुस्लिमों पर हुए हमले महज संयोग नहीं‚ बल्कि पाकिस्तान का अफगान के बाद केंद्र शासित राज्य में तालिबानी प्रयोग है। आने वाले दिनों में इस तरह के हमले और तेज करने की नापाक साजिश रची जा रही है। पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हाल ही में पीओके में कई आतंकी समूहों के सरगनाओं से मुलाकात की है। साथ ही आतंकियों (Terrorists) घाटी में हमले तेज करने को कहा गया है। उसने कश्मीरी पंडितों और गैर–मुस्लिमों को निशाना बनाने को कहा गया है।

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खुफिया सूत्रों के अनुसार पिछले 21 सितम्बर को आईएसआई और आतंकी समूहों के बीच पीओके के मुजफ्फराबाद में गुप्त बैठक हुई। भारतीय खुफिया एजेंसी के मुताबिक इस मीटिंग में आईएसआई ने कश्मीर घाटी में बड़ी संख्या में आतंकियों (Terrorists) को लॉन्च करने और स्लीपर सेल को सक्रिय करने को कहा गया है। इसमें भारी-भरकम रकम झोकने का भी आश्वासन दिया है। आईएसआई ने आतंकियों (Terrorists) को घाटी में टारगेट किलिंग (Target Killing) बढ़ाने को कहा है। इस साजिश के तहत सुरक्षाबलों और खुफिया विभाग में काम कर रहे कश्मीरियों‚ मजदूरों और व्यापारियों पर हमले करने को कहा गया है।

सूत्रों के अनुसार आईएसआई के इस नापाक चाल को देखते हुए खुफिया एजेंसी ने अलर्ट जारी किया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के अनुसार पाक खुफिया आईएसआई ने उन 200 लोगों की हिट–लिस्ट बनाई है‚ जिनकी हत्या करने से कश्मीर में तनाव पैदा हो सके। खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तान स्थित समूहों द्वारा एक नया आतंकवादी संगठन बनाने के बारे में अलर्ट किया गया है।

खुफिया जानकारी है कि घाटी को टारगेट कर देश भर में तनाव पैदा करने की साजिश रची जा रही है। इसी के तहत आईएसआई समर्थित आतंकवादी संगठन ने 200 लोगों की हिट लिस्ट तैयार की है। इनमें कश्मीरी पंडित‚ नेता‚ मीडियाकर्मी‚ उद्योगपतियों से लेकर गैर–स्थानीय लोग शामिल हैं। साथ ही यह भी तय किया गया है कि पुलिस‚ सुरक्षाबलों‚ खुफिया विभागों के साथ काम करने वाले कश्मीरियों को टार्गेट करना होगा।

आईएसआई अधिकारियों और आतंकी समूहों के सरगनाओं के बीच बैठक के दौरान गैर–कश्मीरी लोगों‚ बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोगों को भी टारगेट के रूप में चुना गया था। खुफिया अलर्ट के मुताबिक कुछ मीडिया कर्मियों और भारतीय एजेंसियों और सुरक्षाबलों के सूत्रों और मुखिबरों के अलावा‚ सूची में कथित तौर पर कई कश्मीरी पंडितों के नाम शामिल थे‚ जो घाटी में पंडितों की वापसी की सक्रिय रूप से वकालत कर रहे हैं।

आईएसआई और आतंकी संगठन उन आतंकियों (Terrorists) की मदद करने के लिए सहमत हुए जो नवीनतम हमलों और टारगेट किलिंग (Target Killing) के लिए भारतीय सुरक्षाबलों की निगरानी में नहीं हैं। अलर्ट में कहा गया है कि इसे एक सहज और पूरी तरह से स्वदेशी गतिविधि के रूप में पेश करने के लिए अपराध के कोई रिकॉर्ड नहीं रखने वाले‚ लेकिन उग्रवाद के प्रति सहानुभूति रखने वाले कश्मीरियों का इस्तेमाल किया जाएगा। अलर्ट में कहा गया कि इन गतिविधियों को समर्थन देने के लिए उरी और तंगधार से एलएसी के जरिए पिस्टल और ग्रेनेड की तस्करी की जा रही है। साथ ही एक नया आतंकी संगठन बनाया गया है‚ जोकि भारतीय जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए टारगेट किलिंग (Target Killing) और हमलों की जिम्मेदारी लेगा।

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