अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप।
ट्रंप ने सुलेमानी पर आतंकी साजिश का आरोप लगाया था। बता दें कि सुलेमानी 1998 में ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की कुद्स सेना के प्रमुख बने थे। अमेरिका का मानना है कि सुलेमानी जिस संगठन का नेतृत्व कर रहे थे वह एक आतंकी संगठन है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ वारंट ईरान ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के मामले में ये वारंट जारी किया गया है। सुलेमानी ईरान की कुद्स सेना के प्रमुख थे। अमेरिका का मानना है कि कुद्स सेना एक आतंकी सगंठन है और सुलेमानी एक आतंकी हैं।
तेहरान के प्रॉसिक्यूटर अली अलकासिमेहर ने बताया है कि इस मामले में इंटरपोल से मदद मांगी गई है। हालांकि इंटरपोल ने कोई जवाब नहीं दिया है। उन्होंने बताया है कि हमने इंटरपोल से अमेरिकी राष्ट्रपति समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ रेड नोटिस जारी करने की भी अपील की है। इस संबंध में भी कोई जवाब नहीं आया है। रेड नोटिस एक तरह से सबसे बड़ा नोटिसा होता है इसमें आरोपी की लोकेशन(जहां वह रहा रहा है) उसे डिटेक्ट करके उसे गिरफ्तार करना होता है।
बता दें कि ट्रंप ने सुलेमानी पर आतंकी साजिश का आरोप लगाया था। बता दें कि सुलेमानी 1998 में ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की कुद्स सेना के प्रमुख बने थे। अमेरिका का मानना है कि सुलेमानी जिस संगठन का नेतृत्व कर रहे थे वह एक आतंकी संगठन है और सुलेमानी खुद एक आतंकवादी हैं।
ईरान के इस कदम से ट्रंप को गिरफ्तारी का कोई खतरा नहीं है। पर इन आरोपों से ईरान और अमेरिका के बीच जिस तरह की कूटनीतिक लड़ाई चल रही है इससे यह साफ हो जाता है कि दोनों के बीच रिश्ते पहले से ज्यादा खराब स्थिति में हैं। बता दें कि जनरल सुलेमानी ईरान के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक थे। खाड़ी देशों में एंटी-सऊदी अरबिया और एंटी-अमेरिकी फोर्सों का प्रतिनिधित्व करने का श्रेय जनरल सुलेमानी को ही जाता है।
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