
भारत के रणनीतिक समुद्री क्षेत्र में नौसेना (Indian Navy) ने युद्ध के लिए अपनी तैयारियों का प्रदर्शन करते हुए एक पोत-रोधी मिसाइल (anti ship missile) से एक जहाज को नष्ट कर दिया।
भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने 23 अक्टूबर को अरब सागर में एक नेवल एक्सरसाइज के दौरान एंटी-शिप मिसाइल (AshM) लॉन्च की। भारत के रणनीतिक समुद्री क्षेत्र में नौसेना (Indian Navy) ने युद्ध के लिए अपनी तैयारियों का प्रदर्शन करते हुए एक पोत-रोधी मिसाइल (anti ship missile) से एक जहाज को नष्ट कर दिया।
अरब सागर में किए गए इस अभ्यास में मिसाइल का निशाना इतना सटीक था कि टारगेट शिप समुद्र में डूब गई। नेवी ने बताया कि ‘मिसाइल ने घातक सटीकता से अपने मैक्सिम रेंज में टारगेट को निशाना बनाया।’ नौसेना अभ्यास के दौरान इस मिसाइल को ‘फ्रंटलाइन कोरवेट आईएनएस प्रबल’ से दागा गया। भारतीय नौसेना ने 23 अक्टूबर को इसका एक वीडियो जारी किया।
The anti-ship missile (AShM) launched by Indian Navy Missile Corvette #INSPrabal, homes on with deadly accuracy at max range, sinking target ship: Indian Navy pic.twitter.com/kXOQceSaNO
— ANI (@ANI) October 23, 2020
बता दें कि INS प्रबल पर 16 रूस निर्मित KH-35 ‘Uran’ एंटी-शिप मिसाइल तैनात हैं। इनकी अनुमानित क्षमता 130 किलोमीटर तक की है। नौसेना के स्वदेश निर्मित गोदावरी क्लास के युद्धपोत को 1983 में नौसेना (Indian Navy) में शामिल किया गया था। इस क्लास के तीन पोत बनाए गए थे। इसमें स्वदेशी युद्धपोत के डिजाइन के साथ रूसी और पश्चिमी वेपन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था।
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इस क्लास के दो पोतों पहली गोदावरी को 2015 और दूसरे सेकेंड क्लास के पोत गंगा को 2018 में डी-कमीशन कर दिया गया था। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत लगातार अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है। भारतीय सेना (Indian Army) समय-समय पर अपनी ताकतों का प्रदर्शन भी कर रहे हैं। लगातार मिसाइलों (Missile) का परीक्षण किया जा रहा है।
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इससे पहले 17 अक्टूबर को नौसेना (Indian Navy) ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एक नौसेना प्रारूप का स्वदेश निर्मित एक विध्वंसक पोत से अरब सागर में सफल परीक्षण किया गया था। इस मिसाइल को INS चेन्नई विध्वंसक पोत से दागी गई और इसने लक्ष्य को पूरी सटीकता से भेदा था।
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