
फाइल फोटो।
सेना (Indian Army) ने खुद को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आधुनिक गश्ती नौकाओं की खरीद को मंजूरी दी गई है। जिस पैगोंग झील और आसपास के इलाके की निगरानी के लिए भारतीय सेना अत्याधुनिक नौकाएं खरीद रही है।
भारतीय सेना (Indian Army) अपनी ताकत में इजाफा करने जा रही है। चीन के साथ जारी सीमा विवाद (India-China Standoff) के बीच सेना आधुनिक गश्ती नौकाएं खरीदने जा रही है। इसके लिए प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया गया है। इन नौकाओं के आने के बाद जवानों के लिए चीन की हरकत पर नजर रखना आसान हो जाएगा।
सेना (Indian Army) के मुताबिक, नई आधुनिक नौकाओं का इस्तेमाल पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील समेत बड़े जलीय भागों की निगरानी के लिए किया जाएगा। सेना के अनुसार, उसने सरकारी क्षेत्र के उपक्रम गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के साथ करार पर हस्ताक्षर किए हैं। यह करार 12 गश्ती नौकाओं के लिए किया गया है।
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सेना ने ट्वीट कर कहा है कि मई 2021 से नौकाओं की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। बड़े जलाशयों में इन नौकाओं का इस्तेमाल गश्ती और निगरानी में किया जाएगा। वहीं, गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने एक बयान में कहा कि उसने अत्याधुनिक गश्ती नौकाओं के लिए 31 दिसंबर को भारतीय सेना के साथ एक अनुबंध पर दस्तखत किया है। इन नौकाओं में सुरक्षा बलों की जरूरत के अनुरूप विशेष उपकरण लगाए जाएंगे। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि गोवा में इन नौकाओं का निर्माण किया जाएगा और विशेष सुविधाओं के साथ यह दुनिया की चुनिंदा नौकाओं में शामिल होंगी।
बता दें कि भीषण ठंड के बावजूद चीन से मुकाबले के लिए भारतीय सेना (Indian Army) ने पूर्वी लद्दाख में विभिन्न पहाड़ियों पर करीब 50,000 से ज्यादा सैन्यकर्मियों को तैनात किया है। सेना ने बताया कि चीन ने भी इतने ही सैनिकों की तैनाती की है। बता दें कि भारत और चीन मई की शुरुआत से पूर्वी लद्दाख को लेकर आमने सामने हैं। दोनों देशों में अब तक कई राउंड बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ है।
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ऐसे में सेना (Indian Army) ने खुद को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आधुनिक गश्ती नौकाओं की खरीद को मंजूरी दी गई है। जिस पैगोंग झील और आसपास के इलाके की निगरानी के लिए भारतीय सेना अत्याधुनिक नौकाएं खरीद रही है, उसे रणनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। भारत ने मई की शुरुआत में गतिरोध शुरू होने के बाद से झील के आसपास निगरानी बढ़ा दी है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच पांच मई को पैंगोंग झील वाले इलाके में हिंसक झड़प हुई थी।
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