चीन की निगरानी करने के लिए भारतीय सेना को मिला दुनिया का बेहद शक्तिशाली ड्रोन ‘भारत’

डीआरडीओ का भारत ड्रोन बहुत लोकप्रियता हासिल कर रहा है। क्योंकि यह झुंड के संचालन में काम कर सकता है। ड्रोन (Bharat Drone) को इस तरह से बनाया गया है जिससे रडार को इसे ढूंढना भी असंभव हो जाता है।

Indian Army

Indian Army Gets World's Most Agile, Lightest Surveillance Bharat Drone

भारत चीन सीमा लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LaC) के पास मिग-29 को ऑपरेशन किया जाएगा यह तैनाती प्रधानमंत्री मोदी के तीनों सेनाओं में समन्वय बढ़ाने के निर्देश और सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निर्देश के बाद की जा रही है। गलवान में चीन के साथ हुए टकराव के बाद भारतीय सेना (Indian Army) का फोकस लगातार उत्तरी सेक्टर में निगरानी और ताकत बढ़ाने पर है। नौसेना के पी8आई सर्विलांस प्लेन लगातार लद्दाख सेक्टर में निगरानी के लिए उड़ान भर रहे हैं। अब नेवी के मिग-29 फाइटर जेट भी उत्तरी सेक्टर में जल्द तैनात होंगे। यह तैनाती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों सेनाओं में समन्वय बढ़ाने के निर्देश और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के निर्देश के बाद की जा रही है।

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सीडीएस जनरल रावत ने कहा था कि पश्चिमी या उत्तरी सीमाओं पर वायुसेना के साथ-साथ नेवी के भी फाइटर जेट तैनात करने की आवश्यकता पड़ सकती है। भारत-चीन में पूर्वी लद्दाख की सीमा पर तनाव की स्थिति लंबे समय से बरकरार है। इस बीच भारतीय सेना (Indian Army) को एक ऐसा ड्रोन मिला है, जिससे भविष्य में चीन के गलत मंसूबों पर पानी फिर जाएगा। डीआरडीओ (DRDO) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LoC) के साथ उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों और पहाड़ी इलाकों में सटीक निगरानी करने के लिए भारत नाम का ड्रोन सेना को दिया है। रक्षा सूत्रों ने कहा, भारतीय सेना (Indian Army) को पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चल रहे विवाद में सटीक निगरानी के लिए ड्रोन की आवश्यकता थी। इसके लिए, डीआरडीओ ने भारत ड्रोन (Bharat Drone) प्रदान किया है।

भारत ड्रोन (Bharat Drone) का निर्माण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की चंडीगढ़ स्थित प्रयोगशाला द्वारा किया गया है। ड्रोन की भारत श्रृंखला को विश्व के सबसे चुस्त और हल्के निगरानी ड्रोन के रूप में सूचीबद्ध किया जा सकता है। यह डीआरडीओ द्वारा भारत में ही बनाया गया है। डीआरडीओ के सूत्रों ने कहा, छोटा, लेकिन अभी तक का शक्तिशाली ड्रोन (Bharat Drone) बड़ी सटीकता के साथ किसी भी स्थान पर काम करता है। अग्रिम रिलीज तकनीक के साथ यूनिबॉडी बायोमिमेटिक डिजाइन निगरानी मिशनों के लिए उपयुक्त है।

ये ड्रोन (Bharat Drone) दुश्मनों का पता लगाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता से लैस है और कार्रवाई कर सकता है। ड्रोन को अत्यधिक ठंडे मौसम के तापमान में भी काम करने हेतु सक्षम बनाया गया है और इसे आगे के मौसम के लिए विकसित किया जा रहा है। ड्रोन पूरे मिशन के दौरान वीडियो भी देता रहता है। इसके साथ ही रात में यह गहरे जंगलों में छिपे मनुष्यों का पता लगा सकता है।

सूत्रों ने कहा कि यह बहुत लोकप्रियता हासिल कर रहा है। क्योंकि यह झुंड के संचालन में काम कर सकता है। ड्रोन (Bharat Drone) को इस तरह से बनाया गया है जिससे रडार को इसे ढूंढना भी असंभव हो जाता है। वहीं, भारतीय वायुसेना लद्दाख सेक्टर में नए लड़ाकू विमान राफेल की तैनाती कर सकती है, ताकि सैन्य बलों को मजबूती दी जा सके। यहां पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच विवाद जारी है और सेनाओं को हटाना एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया बनी हुई है।

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