LAC पर भारतीय वायुसेना ने दिखाई ताकत; अपाचे, चिनूक और मिग-29 ने रात में भरी उड़ान

भारत-चीन सीमा के पास भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर (Apache Attack Helicopters) ने फॉरवर्ड एयरबेस पर नाइट ऑपरेशन संचालित किया। यहां देर रात अपाचे, चिनूक समेत वायुसेना के कई विमान उड़ान भरते हुए दिखे और चीन पर पैनी नजर रखते रहे।

Indian Air Force

फाइल फोटो।

Indian Air Force: लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, चीन (China) ने गलवान घाटी (Galwan Valley) में अपने सैनिकों को पीछे किया है। ‘द हिन्दू’ की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसा वाली जगह से 2 किलोमीटर पीछे हट गए हैं।

इसके साथ ही भारतीय जवान भी पीछे आ गए और दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच एक बफर जोन बना दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिकों ने गलवान नदी के मोड़ से हटना शुरू कर दिया है और इस इलाके से अस्थायी ढांचों और टेंट को हटा दिया गया है। फिलहाल, यह प्रक्रिया सिर्फ गलवान घाटी तक में सीमित है।

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इस बीच 6 जुलाई रात को भारत-चीन सीमा के पास भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर (Apache Attack Helicopters) ने फॉरवर्ड एयरबेस पर नाइट ऑपरेशन संचालित किया। यहां देर रात अपाचे, चिनूक समेत वायुसेना के कई विमान उड़ान भरते हुए दिखे और चीन पर पैनी नजर रखते रहे।

भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) लगातार बॉर्डर पर अभ्यास कर रही है और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सिर्फ अपाचे ही नहीं बल्कि चिनूक हेलिकॉप्टर (Chinook Heavylift Helicopter) ने भी यहां पर अभ्यास किया। इससे पहले, अपाचे हेलिकॉप्टर के अलावा मिग-29 समेत कई अन्य लड़ाकू विमान लेह के आसमान में उड़ान भरते हुए देखे गए।

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भारत-चीन सीमा के पास फॉरवर्ड एयर बेस में वरिष्ठ लड़ाकू पायलट ग्रुप कैप्टन ए राठी ने कहा, ‘नाइट ऑपरेशंस में आश्चर्य का निहित तत्व होता है। वायुसेना आधुनिक प्लेटफार्मों और प्रेरित कर्मियों की मदद से किसी भी वातावरण में ऑपरेशन के पूरे स्पेक्ट्रम का संचालन करने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित और तैयार है।’

बता दें कि पिछले साल भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने आठ अपाचे हेलिकॉप्टर्स को अपने बेड़े में शामिल किया था। अपाचे हेलिकॉप्टर (Apache Attack Helicopters) के निर्माण अमेरिकी कंपनी बोइंग करती है। इसका डिजायन ऐसा होता है कि रडार की पकड़ में भी ना आ सके। अपाचे लगभग 280 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है। इसके अलावा 16 एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने की क्षमता भी रखता है। यह हेलिकॉप्टर बिना रूके करीब तीन घंटे तक उड़ान भर सकता है।

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