
Ladakh
विदेश मंत्रालय ने लद्दाख (Ladakh) की स्थिति पर चीन के बयान पर कहा है कि चीन के पास भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे‚ हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा‚ हम उम्मीद करते हैं कि दूसरे देश भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे‚ जैसा कि वे दूसरों से इस तरह की उम्मीद करते हैं।
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भारत ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डॉ. मोइद यूसुफ के दावे पर भी करारा निशाना साधा। श्रीवास्तव ने पाकिस्तानी अधिकारी के उस दावे पर भी करारा पलटवार किया जिसमें उसने दावा किया था कि भारत ने पाक के साथ बातचीत की इच्छा जताई थी। श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान अपनी घरेलू नाकामियों को छिपाने के लिए ऐसी बातें कर रहा है। श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख (Ladakh) और जम्मू–कश्मीर भारत के अखंड भाग थे‚ हैं और भविष्य में भी रहेंगे। चीन को भारत के आंतरिक मामलों पर किसी भी तरह की बयानबाजी करने का हक नहीं है। अरुणाचल प्रदेश‚ लद्दाख (Ladakh) और जम्मू–कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा हैं।
The Union Territories of #Ladakh, #JammuAndKashmir have been,are & would remain an integral part of India. China has no locus standi to comment on India’s internal matters: Anurag Srivastava, Spokesperson, @MEAIndia
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— DD News (@DDNewslive) October 15, 2020
गौरतलब है कि पिछले दिनों चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने कहा था कि हम भारत के अवैध रूप से स्थापित लद्दाख (Ladakh) को मान्यता नहीं देते हैं। चीन इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करता है। चीनी प्रवक्ता ने सीमावर्ती क्षेत्र में भारत के बुनियादी ढांचे के विकास को तनाव की वजह बताया था। श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत–अमेरिका बातचीत‚ विदेशी राजनियकों के लिए सुषमा स्वराज लेक्चर्स की लॉन्चिंग और भारत द्वारा म्यांमार की नौसेना को पनडुब्बी दिए जाने जैसे अन्य मसलों पर भी जानकारी दी। भारत और अमेरिका के बीच होने वाली 2+2 बातचीत को लेकर उन्होंने कहा कि हम इसे जल्द से जल्द नई दिल्ली में आयोजित कराना चाहते हैं।
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