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भारत और चीन (India China) के बीच आज एक बार फिर से हाई लेवल कमांडर स्तर की बातचीत का दौर होगा। जिसमें भारतीय सैन्य दल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे।
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आपको बताते चलें कि इस बातचीत के दौरान पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बाकी प्वाइंट्स से जवानों की वापसी प्रक्रिया में कुछ आगे बढ़ने के मुद्दे पर जोर दिया जाएगा।
सैन्य सूत्रों के अनुसार, ये बातचीत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के चीनी क्षेत्र मोल्डो सीमा बिंदु पर सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगी। जिसमें भारतीय सैन्य अधिकारी देप्सांग बुलगे और डेमचोक में मुद्दों के समाधान के लिए दबाव डालने के अलावा टकराव वाले बाकी बचे प्वाइंट्स से जल्द से जल्द पीएलए सेना की वापसी की मांग करेगें।
गौरतलब है कि दोनों देशों (India China) के बीच 12वें दौर की बातचीत 31 जुलाई को हुई थी। बातचीत के कुछ दिन बाद ही दोनों देशों की सेना ने गोगरा इलाके में जवानों की वापसी की प्रक्रिया पूरी की थी। जिसे इस इलाके में शांति बहाली की दिशा में दोनों देशों द्वारा उठाये गये एक सराहनीय कदम के रूप में देखा जा रहा है।
वहीं पीएलए की सेना ने इस दौरान दो बार घुसपैठ की कोशिश की थी, इसी घटना को मुख्य मुद्दे के तौर पर 13वें दौर की बातचीत शुरू हो सकती है। पीएलए सैनिकों की ये घुसपैठ उत्तराखंड के बाराहोती सेक्टर और दूसरी अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई थी।
हाल ही में भारत और चीन (India China) के सेनाओं के बीच पिछले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांग्जी इलाके में कुछ देर के लिए तनातनी हो गई थी। जिसे मौजूदा प्रोटोकॉल के तहत दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडरों के बीच बातचीक के बाद सुलझा लिया गया।
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