India-China Dispute: भारतीय सेना को मई में ही दिए गए थे LAC के पास 6-7 जगहों पर कब्जा करने के निर्देश, रिपोर्ट में खुलासा

अधिकारी ने ये भी बताया कि मई में ही सेना को उन 6-7 जगहों की पहचान करने के लिए कहा गया था, जहां हम जा सकते थे।

Indian Army

फाइल फोटो

India China Dispute: रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि इस आदेश के बाद भारतीय सेना ने योजनाएं बनाईं और अगस्त के आखिर तक चीनी सैनिकों को मात दी और मुखपरी, रेजांग ला, रेचिन ला और गुरुंग हिल और सब सेक्टर में पैंगॉन्ग त्सो के दक्षिणी किनारे के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।

नई दिल्ली. भारत और चीन सीमा पर गतिरोध (India China Dispute) जारी है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है कि मई में राजनीतिक हलकों की ओर से सेना को ये आदेश मिल गया था कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर 6-7 जगहों की पहचान कर कब्जा करे।

रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि इस आदेश के बाद भारतीय सेना ने योजनाएं बनाईं और अगस्त के आखिर तक चीनी सैनिकों को मात दी और मुखपरी, रेजांग ला, रेचिन ला और गुरुंग हिल और सब सेक्टर में पैंगॉन्ग त्सो के दक्षिणी किनारे के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।

अधिकारी ने ये भी बताया कि मई में ही सेना को उन 6-7 जगहों की पहचान करने के लिए कहा गया था, जहां हम जा सकते थे। अधिकारी ने बताया कि इनमें से कई पोस्ट बेहद अहम हैं और LAC के आगे हैं।

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रिपोर्ट का कहना है कि अधिकारी ने बताया कि भारत चीन से 9वीं दौर की वार्ता के लिए जवाब का इंतजार कर रहा है। अधिकारी ने कहा कि पहले चीन ने इच्छा दिखाई थी कि वह पैंगोंग त्सो के उत्तरी तट पर फिंगर 4 से फिंगर 8 तक अपने सैनिकों हटाने के लिए तैयार है, लेकिन अब लगता है कि चीन का शीर्ष प्रशासन ऐसा नहीं चाहता।

अधिकारी ने ये भी बताया कि सरकार और सेना लंबे समय तक इंतजार करने के लिए भी तैयार है। इस वार्ता में समय लग सकता है।

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