फाइल फोटो
India China clash: भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों को उनकी सीमा में खदेड़ दिया है। सीमा पर तनाव का माहौल है। एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, सीमा पर कड़ी चौकसी रखी जा रही है।
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच एक बार फिर दोनों देशों के सैनिकों आपस में भिड़ (India China clash) गए हैं। इस बार सिक्किम में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच भिड़ंत हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये भिड़ंत सिक्किम के ना कूला में हुई है। दरअसल चीनी सेना ने बॉर्डर पर यथास्थिति को बदलने की कोशिश की और उसके सैनिक भारतीय क्षेत्र में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद भारतीय सैनिकों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को भगा-भगाकर मारा। इस झड़प में 20 चीनी सैनिकों के घायल होने की खबर मिली है। इस दौरान 4 भारतीय सेना के जवान भी घायल हुए हैं।
भारत-चीन विवाद: 9वें दौर की वार्ता खत्म, भारतीय सेना ने कहा- पूरी तरह से पीछे हटे चीन
भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों को उनकी सीमा में खदेड़ दिया है। सीमा पर तनाव का माहौल है। एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, सीमा पर कड़ी चौकसी रखी जा रही है।
इस मामले में भारतीय सेना का बयान भी सामने आया। सेना ने बताया, ’20 जनवरी को सिक्किम के ना कूला में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच मामूली आमना-सामना हुआ था। इस विवाद को प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय कमांडरों द्वारा सुलझा लिया गया था।’
बता दें कि इससे पहले 15 जून 2020 को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस दौरान 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे और चीनी सेना को भी काफी नुकसान हुआ था। हालांकि चीनी सेना ने अपने सैनिकों के मारे जाने की आज तक पुष्टि नहीं की।
गौरतलब है कि रविवार को ही भारत और चीन की सेनाओं के बीच LAC पर जारी तनाव को कम करने के लिए 9वें दौर की वार्ता हुई थी। भारत और चीन की सेनाओं ने करीब ढाई महीने के अंतराल के बाद कोर कमांडर स्तर की नौवें दौर की बातचीत की थी। इसका नेतृत्व लेह स्थित भारतीय सेना (Indian Army) की 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने किया था।
ये हाई लेवल सैन्य बातचीत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के चीन की ओर स्थित मोल्दो इलाके में रविवार सुबह 10 बजे से शुरू होकर सोमवार सुबह 2.30 बजे खत्म हुई थी।
नौवें दौर की बातचीत में भारतीय सेना (Indian Army) के अधिकारियों ने फिर से चीनी अधिकारियों के सामने अपनी पुरानी मांग को रखा। इसमें कहा गया कि पर्वतीय इलाके में टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और तनाव को कम करने की जिम्मेदारी चीन की है।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App