
फाइल फोटो।
लद्दाख (Ladakh) में जारी तनाव के बीच अन्य सीमाओं (India China Border) पर भी हलचल बढ़ गई है। ड्रैगन की चालाकी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना हर मोर्चे पर मुस्तैद है।
भारत-चीन बॉर्डर (India China Border) पर हालात फिर से बिगड़ गए हैं। चीन मौका देखते ही अपनी चालबाजी दिखाने लगाता है। अब, लद्दाख (Ladakh) में जारी तनाव के बीच अन्य सीमाओं पर भी हलचल बढ़ गई है। ड्रैगन की चालाकी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना हर मोर्चे पर मुस्तैद है।
जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय की ओर से भारत-चीन, भारत-नेपाल और भारत-भूटान पर सुरक्षाबलों को सतर्क रहने को कहा गया है। सूत्रों के अनुसार, ITBP और SSB को अलर्ट पर रखा गया है। उत्तराखंड, अरुणाचल, हिमाचल, लद्दाख और सिक्किम बॉर्डर पर ITBP की निगरानी कर कर दी गई है। उत्तराखंड के कालापानी इलाके में सतर्कता बढ़ गई है।
बता दें कि कालापानी भारत-चीन-नेपाल तीनों देशों का ट्राइजंक्शन है। SSB की 30 कंपनी यानी 3000 जवानों को भारत-नेपाल बॉर्डर पर भेजा गया। इससे पहले इन कंपनियों की तैनाती कश्मीर और दिल्ली में थी। सूत्रों के मुताबिक, 1 सितंबर को गृह मंत्रालय में बॉर्डर मैनेजमेंट के सेक्रेटरी और ITBP, SSB के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी।
इस बैठक के बाद चीन, नेपाल, भूटान सहित दूसरे बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि लद्दाख बॉर्डर (India China Border) पर चीन ने बीते तीन दिनों में फिर से घुसपैठ की कोशिश की है। इस दौरान हाथापाई की स्थिति भी आई लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने चीन की हर कोशिश को नाकाम कर दिया।
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इससे पहले भी कई बार चीन लद्दाख सीमा के अलावा अरुणाचल और उत्तराखंड बॉर्डर पर अपनी नापाक मंसूबों को अंजाम देने की कोशिश करते आया है। ऐसी स्थिति में भारतीय सेना पहले से भी अधिक सतर्क हो गई है। भारत ने लद्दाख सीमा पर अपने जवानों की संख्या बढ़ा दी है।
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साथ ही बॉर्डर (India China Border)से सटे इलाकों में अब टैंक की तैनाती भी कर दी गई है। दोनों देशों के टैंक फायरिंग रेंज में मौजूद हैं। दोनों देशों के बीच आमने-सामने की स्थिति पैदा हो गई हैं। ताजा विवाद को समाप्त करने के लिए ब्रिगेड कमांडर स्तर पर बातचीत की जा रही है। लेकिन, चीन की चालबाजी को देखते हुए उसपर भरोसा नहीं किया जा सकता।
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