फाइल फोटो।
पूरी दुनिया कोरोना के खौफ से जूझ रही है और इन सब के बीच चीन-भारत की सीमा पर तनाव पैदा करने में जुटा हुआ है। लद्दाख की सीमा पर चीन (China) लगातार हरकतें कर रहा है और भारत ने भी साफ कर दिया है कि वो किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेगा। लद्दाख में चीन के साथ तनातनी के बीच गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने एक वीडियो ट्वीट किया है। वीडियो ट्वीट करते हुए गृह राज्य मंत्री ने लिखा है कि लद्दाख के उत्तरी हिस्से में सीमा पर रक्षा करते सेना के जवानों का ये वीडियो शानदार है और इसे जरूर देखना चाहिए। ये भारतीय सेना (Indian Army) के दम खम की वो तस्वीरें है, जिसे चीन देख कर घबरा उठा है।
करीब 2 मिनट 4 सेकेंड के इस वीडियो में सेना के आसमान से लेकर जमीन तक की तैयारियों और प्रशिक्षण को दिखाया गया है। बताया गया है कि चीन (China) को सबक सीखाने की तैयारी भारत ने कैसे कर रखी है। यहां तक कि रात में भी भारतीय सेना कैसे इस दुर्गम इलाके में अपना परचम लहराती है ये भी इस वीडियो में देखा जा सकता है। ध्रुव वॉरियर्स नामक इस वीडियो में लद्दाख में भारत की पूरी तैयारी दिखाई दे रही है। इस वीडियो में भारतीय सेना की जल, थल और नभ की तैयारी दिखाई दे रही है। सेना के इस वीडियो को चीन को जवाब माना जा रहा है।
यहां देखें वीडियो-
This inspiring and breathtaking video of Indian Army (@adgpi), who are securing our borders in the northern part of Ladakh is a must watch. pic.twitter.com/1le8vltPXS
— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) June 8, 2020
COVID-19: दुनिया भर में संक्रमण के मामले पहुंचे 70 लाख के पार, 4 लाख से अधिक मौतें
वीडियो कब का है इसका कोई अंदाजा नहीं है लेकिन इसमें नॉर्दन आर्मी कमांड के रिटायर्ड कमांडर के तौर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) रणबीर सिंह नजर आ रहे हैं और लेफ्टिनेंट जनरल वाइके जोशी 14 कोर फायर एंड फ्यूरी कमांडर के तौर पर हैं। माना जा रहा है कि वीडियो पिछले साल का है जब आर्मी लद्दाख में हर साल गर्मियों में होने वाली समर एक्सरसाइज को पूरा करती है। ले. जनरल रणबीर सिंह अब रिटायर हो चुके हैं और ले. जनरल वाईके जोशी नॉर्दन आर्मी कमांडर का जिम्मा संभाल रहे हैं। नॉर्दन आर्मी कमांडर बनने से पहले ले. जनरल जोशी फायर एंड फ्यूरी कोर के कमांडर थे।
आपको बता दें कि इससे पहले चीन (China) की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने मध्य हुबेई प्रांत के ऊंचाई वाले उत्तर पश्चिमी इलाके में हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद वाहनों के साथ युद्धाभ्यास किया। जिसका वीडियो चीनी मीडिया ने शेयर किया था। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह पूरा ऑपरेशन चंद घंटों में पूरा कर लिया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका मकसद भारत के साथ लगती सीमा पर जल्द से जल्द भारी हथियार और साजो सामान पहुंचाने की तैयारियों को परखना था।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App