भारत-चीन सीमा विवाद: लद्दाख में तीन जगह पीछे हटी चीनी सेना- क्या खत्म हो गया विवाद?

भारत और चीन के सैनिक पूर्वी लद्दाख के तीन अलग-अलग क्षेत्रों से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर पीछे हट गए हैं…

Indo-China War 1962

भारत और चीन के बीच लद्दाख (Ladakh) में करीब महीने भर से चल रही तनातनी के खत्म होने की दिशा में अच्छे संकेत दिखे हैं। भारत और चीन के सैनिक पूर्वी लद्दाख के तीन अलग-अलग क्षेत्रों से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर पीछे हट गए हैं। यह कदम दोनों देशों के टॉप फौजी कमांडरों की बैठक के बाद लिया गया है। हालांकि, इस कदम से हालिया विवाद का खत्म होना तय तो नहीं हुआ है लेकिन तनाव के खत्म होने की उम्मीद जरूर बढ़ गई है।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक चीन की सेना लद्दाख में गलवान घाटी, पेट्रोलिंग पॉइंट-15 और हॉट स्प्रिंग्स एरिया में करीबन 2 से 2.5 किलोमीटर पीछे हट चुकी है। चीन के इस कदम के जवाब में भारत के सैनिक भी इन इलाकों में एलएसी से पीछे हो गए हैं।

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चीन का यह कदम 6 जून को भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत के बाद आया है। उस बैठक में सहमति बनी थी कि “सीमाई इलाकों में बनी स्थिति का शांतिपूर्ण हल निकाला जाए।” दोनों देशों के बीच अगली बातचीत अगले हफ्ते होनी है। भारत ने कहा है कि चीन पीछे हट जाए और इलाके में विवाद से पहले यानी कि अप्रैल 2020 वाली स्थिति वापस बहाल हो।

तो क्या भारत और चीन के बीच ये हालिया विवाद खत्म हो गया है? ऐसा कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी।

सूत्रों के मुताबिक, भारत के चीन ने बीच हुई सैन्य कमांडरों की मुलाकात में चार ऐसी क्षेत्रों की पहचान की गई जिनको लेकर लद्दाख (Ladakh) में विवाद है। ये चार पॉइंट पैंगोग सो झील के पास फिंगर-4, गलवान वैली में पेट्रोलिंग पॉइंट-14, पेट्रोलिंग पॉइंट-15 और हॉट स्प्रिंग एरिया हैं। इनमें से तीन से तो चीन की सेना पीछे हट चुकी है लेकिन फिंगर-4 को लेकर मामला अभी भी उलझा हुआ है। खबरों को मुताबिक, चीन ने फिंगर-4 से रास्ता रोका हुआ है और इस क्षेत्र में भारतीय सेना को पैट्रोलिंग नहीं करने दे रही है। 

फिंगर- 4 (Finger-4) पर बना हुआ है भारत-चीन में विवाद? 

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, भारत और चीन के बीच यह हालिया विवाद फिंगर एरिया में भारत ने नया ऑब्जर्वेशन पॉइंट बनाने को लेकर हुआ था। इसी निर्माण के विरोध में चीन ने अपने काफी सैनिकों को भेजा जिनसे भारतीय सैनिकों को झड़प हुई। एलएसी पर गतिरोध का सबसे बड़ा मुद्दा फिंगर-4 ही है।

क्या है फिंगर-4 (What is Finger-4 in Ladakh)?

लद्दाख (Ladakh) में पैंगोंग झील के बगल से चैंग चेनमो की पहाड़ियां हैं। इन पहाड़ियों को ऊपर से देखें तो किसी फैले हुए हाथ की उंगलियों की तरह नजर आती हैं। यही वजह है कि इन्हें फिंगर-1 से फिंगर-8 तक का नाम दिया गया। फिंगर-1 भारत की तरफ से सबसे नजदीक और फिंगर-8 सबसे दूर पड़ता है। इन्हीं के फिंगर के आधार पर पैंगोग के पास से एलएसी को मापा जाता है। फिलहाल फिंगर 3 तक भारत की पक्की सड़क है और फिंगर-5 तक चीन ने पक्की सड़क बना रखी है। फिंगर-3 से फिंगर-5 के बीच के इलाके में दोनों ही तरफ के सैनिक गश्त पर जाते हैं। चीन ने फिंगर-4 से रास्ता रोका हुआ है और वहां तक के लिए सड़क को पक्का करने की कोशिश में है। 

जाहिर है कि फिंगर-4 पर मामला सुलझने तक सीमा पर हालिया विवाद बना रहेगा। दोनों के देशों के बीच अगल-अलग स्तर पर बातचीत का सिलसिला जारी रखने पर सहमति बन चुकी है। उम्मीद है कि इन मुलाकातों में फिंगर-4 पर चल रहे गतिरोध का भी हल निकल आएगा। फिलहाल दोनों देशों की सेनाओं के पीछे हटने से तनाव थोड़ा पिघला जरूर है, लेकिन अभी विवाद पूरी तरह से खत्म होने में समय लगेगा।

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