भारतीयों ने जताया स्वदेशी वैक्सीन पर भरोसा, टीकाकरण करा चुके लोगों ने शेयर किया अपना अनुभव

एम्स (AIIMS) में को-वैक्सीन मामलों के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. संजय राय ने बताया कि वैक्सीनेशन (Vaccination) कराने वालों का अनुभव महत्वपूर्ण है।

Corona Vaccination

सांकेतिक तस्वीर।

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भारत ने अप्रत्याशित सफलता अर्जित की है। कोरोना के रोकथाम के लिए व्यापक पैमाने पर हो रहे वैक्सीनेशन कार्यक्रम (Vaccination) के तहत भारत दुनिया के टॉप 5 देशों में शुमार है। देशभर में अभी तक करीब 28 लाख लोगों को स्वदेशी वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। इस बीच अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) को वैक्सीन के तीसरे चरण का मानव परीक्षण भी जारी है। यहां चल रहे परीक्षण में कुल 609 से ज्यादा वॉलंटियर्स को शामिल किया गया है। जिसमें से दूसरी डोज आधे लोगों को ही लगी है। अब तक के सकारात्मक परिणाम मिले हैं।

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एम्स (AIIMS) में को-वैक्सीन मामलों के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. संजय राय ने बताया कि वैक्सीनेशन (Vaccination) कराने वालों का अनुभव महत्वपूर्ण है। दरअसल‚ कुछ फीसदी लोगों में यह भ्रम होने लगा था कि वैक्सीन लगवाने से दुष्प्रभाव हो सकता है। हालांकि ऐसा नहीं है। इसके मद्देनजर ही कोरोना वॉरियर्स के अनुभवों को उनके ही शब्दों में सब्जेक्ट डायरी असरदार भूमिका अदा कर रही है। जिसमें वैक्सीनेशन के बाद होने वाले अनुभवों को 14 दिनों के दौरान लिखना होता है। कुल 8 पेज की इस डायरी में एडवर्स रिएक्शन के बारे में लिखना है।

एम्स नर्सिंग एसोसिएशन की सदस्य सिस्टर रोहिणी सिंह ने बताया कि उन्हें कोई दुष्प्रभाव नहीं हुआ। सिर्फ वैक्सीनेशन (Vaccination) के कुछ घंटों के बाद जी मितलाने के लक्षण थे, जो लिक्विड़ पीने के साथ ही सामान्य हो गए। हल्की बेचैनी हुई थी जो कि एक सामान्य प्रोसीजर है।

लेडी हॉर्डिंग हास्पिटल की सीनियर नर्सिंग ऑफिसर डॉ. शिवानी शर्मा ने बताया कि वह लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रही है। ओपीडी में या फिर आईओपीडी में यदि कोई मरीज उनसे वैक्सीन के प्रभाव‚ दुष्प्रभाव के बारे में पूछता है तो वह उनमें व्याप्त भ्रांतियों को दूर करती हैं। उन्होंने बताया कि मैंने खुद वैक्सीनेशन (Vaccination) कराया है और मैं यही चाहती हूं कि हर रोग प्रतिरोधक क्षमता को सामान्य अवस्था में लाने वाले स्वदेशी वैक्सीन का लाभ हर शख्स को मिले।

दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं की महानिदेशक डॉ. नूतन मूंडेजा ने बताया कि दिल्लीवालों में कोविड वैक्सीन के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दर्ज की जा रही है। वैक्सीन लगवाने में लोगों का रूझान बढ़ता जा रहा है। वहीं आईएचएफ के अध्यक्ष डॉ. आरएन कालरा ने बताया कि वैक्सीन लेने के बाद चक्कर आना‚ फीवर‚ बदन दर्द जैसे लक्षण पाए गए हैं। जो बिना दवा या इलाज के वह कुछ दिनों में ठीक हो जाता है।

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