उत्तर भारत के कई शहर प्रचंड शीत लहर की चपेट में, आने वाले कुछ दिनों में और बढ़ेगा सर्दी का सितम

IMD ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा में गंभीर शीत लहर जबकि गुजरात के कच्छ क्षेत्र, तेलंगाना, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के गंगा वाले क्षेत्र में शीत लहर (Cold Wave) चलने की संभावना है।

Cold Wave

Cold Wave II Pic Credit : Twitter- @milansahu000

उत्तर भारत के अधिकांश हिस्से घोर शीत लहर (Cold Wave) की चपेट में हैं और कई इलाकों में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। वहीं कश्मीर में सोमवार से कड़ाके की सर्दी की 40 दिन की अवधि ‘चिल्लई कलां (Chillai Kalan)’ की शुरुआत हो गई।

भारत के सामने पहली बार चीन ने टेके घुटने, ड्रैगन ने माना- भारतीय वर्चस्व के सामने हिंद महासागर में टिकना मुश्किल

घाटी में 21 दिसंबर से 31 जनवरी तक यानी 40 दिन की अवधि को सर्दी के मौसम का सबसे ठंडा समय माना जाता है क्योंकि यहां इस दौरान तापमान में काफी गिरावट आती है, जल स्रोत जम जाते हैं और घाटी में तापमान जमाव बिंदू (शून्य) से भी नीचे होने की वजह से पानी आपूर्ति में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

ताजा पश्चिमी विक्षोभ से हिमालय के ऊपरी हिस्सों के प्रभावित होने के चलते दिल्ली में न्यूनतम तापमान सोमवार को थोड़ी वृद्धि के साथ 5.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। मौसम अधिकारियों ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बर्फबारी होगी।

कश्मीर में मौसम अधिकारियों (IMD) ने का कि बादल छाए रहने की वजह से न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई लेकिन फिर भी पारा जमाव बिंदू से नीचे रहा। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जो बीती रात के न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 6.2 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। वहीं पहलगाम में तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि गुलमर्ग में तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

हिमाचल प्रदेश में भी लोगों को कड़ाके की शीत लहर (Cold Wave) से थोड़ी राहत मिली है क्योंकि राज्य में पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक केंद्र केलोंग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, यहां तापमान शून्य से 7.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

उत्तर प्रदेश कड़ाके की ठंड की गिरफ्त में है और राज्य में दूरदराज के स्थानों पर शीत लहर (Cold Wave) चल रही है। सोनभद्र जिले में चुर्क राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा और यहां न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम अधिकारियों (IMD) ने कहा कि राज्य में मौसम शुष्क है और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा और कुछ दूरदराज स्थानों पर कड़ाके की शीत लहर (Cold Wave) चल रही है। यूपी के पेचनेही गांव में 62 वर्षीय एक बुजुर्ग की कथित तौर पर सर्दी की वजह से मौत हो गई। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक तौर पर ऐसा प्रतीत होता है कि व्यक्ति की मौत सर्दी से हुई है। हालांकि मौत की वास्तविक वजह का पता लगाने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

पंजाब और हरियाणा में भी शीत लहर (Cold Wave) चल रही है। पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अमृतसर भी सर्दी की चपेट में है और वहां न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं हरियाणा भी ठंड की चपेट में है और अंबाला में रात में तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस जबकि हिसार में 5.5 और नारनौल में 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजस्थान में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली है। हालांकि, राज्य के एकमात्र पर्वतीय स्थल माउंट आबू में रविवार रात तापमान शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक राज्य के मैदानी भागों में न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। भीलवाड़ा में सोमवार रात न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं चुरू में 4.7 डिग्री, डबोक में 4.8 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में पांच डिग्री, वनस्थली में छह डिग्री, पिलानी में 6.1 डिग्री, गंगानगर में 6.3 डिग्री और सीकर में 6.4 सेल्सियस डिग्री दर्ज किया गया।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा में गंभीर शीत लहर जबकि गुजरात के कच्छ क्षेत्र, तेलंगाना, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के गंगा वाले क्षेत्र में शीत लहर (Cold Wave) चलने की संभावना है।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें