देश को मिले 333 युवा सैन्य अधिकारी, बिल्कुल बदला हुआ था IMA में आयोजित पासिंग आउट परेड का अंदाज

देहरादून की इंडियन मिलिट्री अकादमी यानि IMA में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद 13 जून को भारतीय थल सेना में 333 कैडेट्स शामिल हुए। देश में चल रही कोरोना वायरस (Coronavirus) की महामारी के बीच देहरादून की भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारियों की पासिंग आउट परेड हुई।

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देश को मिले 333 युवा सैन्य अधिकारी।

देहरादून की इंडियन मिलिट्री अकादमी यानि IMA में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद 13 जून को भारतीय थल सेना में 333 कैडेट्स शामिल हुए। देश में चल रही कोरोना वायरस (Coronavirus) की महामारी के बीच देहरादून की भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारियों की पासिंग आउट परेड हुई। इस साल IMA की पासिंग आउट परेड का अंदाज भी बिल्कुल बदला हुआ था।

ऐसा पहली बार हुआ जब कैडेट्स ने पासिंग आउट परेड में मास्क लगाया। इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया। हालांकि, कोरोना महामारी की वजह से कैडेट्स के परिजन परेड में शामिल नहीं हो सके। परेड में 9 मित्र देशों से 90 जेंटलमैन कैडेट्स समेत देश-विदेश के कुल 423 जेंटलमैन कैडेट्स ने हिस्सा लिया।

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सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने (General MM Naravane) ने परेड का निरीक्षण किया। कैडेट्स को भारतीय सेना की शपथ दिलाई गई। इस बार भी सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से 66 कैडेट्स पास आउट हुए। वहीं हरियाणा से 39 कैडेट्स और उत्तराखंड-बिहार से 31-31 कैडेट्स सेना में अफसर बने। भारतीय सेना (Indian Army) में आम तौर पर पासिंग आउट परेड के बाद अफसरों को 15-20 दिन की छुट्टी दी जाती है। इसके बाद ड्यूटी पर भेजा जाता है। लेकिन इस बार पास आउट कैडेट्स को अफसर बनने के 24 घंटे के भीतर तैनाती दी जा रही है।

ऐसा पहली बार हुआ, जब पासिंग आउट परेड के बाद नए अधिकारियों को सीधे यूनिट में तैनाती दे दी जाएगी। इसका कारण ये है कि कोरोना के इस दौर में छुट्टी के बाद ट्रैवल करना सेफ नहीं है। ऐसे ही आईएमए में ट्रेनिंग का तौर-तरीका भी इस दौरान बदल गया। ट्रेनिंग के दौरान कैडेट्स को बाहर निकलने पर हर वक्त मास्क लगाना और सैनिटाइजर साथ में रखना अनिवार्य कर दिया गया।

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इसके अलावा किसी भी चीज को टच करने पर पाबंदी लगा दी गई। आईएमए (IMA) के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी के मुताबिक, पासआउट होने वाला हर ऑफिसर बहुत मोटिवेटेड होता है। वह सरहद पर हर तरह के हालात के लिए तैयार होता है। अभी तक के हर युद्ध में यहां से निकले अधिकारियों ने अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है।

लेफ्टिनेंट जनरल नेगी के अनुसार, पासिंग आउट परेड में लगभग 400 कैडेट पास आउट होकर अपने अपने देश की सेना में शामिल हुए। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी में देश-विदेश के जेंटलमैन कैडेट प्री-मिलिट्री ट्रेनिंग प्राप्त करते हैं। इस बार ट्रेंनिग में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया। परेड के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरा पालन किया गया।

लेफ्टिनेंट जनरल नेगी ने बताया कि पासिंग आउट परेड में देश-विदेश के कुल 423 जेंटलमैन कैडेट्स ने शिरकत की। इनमें 333 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले, जबकि अफगानिस्तान समेत नौ मित्र देशों को भी 90 सैन्य अधिकारी मिलेंगे। इस बार भी अफगानिस्तान को सबसे अधिक 48 अफसर मिले। वहीं, तजाकिस्तान के 18 और भूटान के 13 कैडेट भी अकादमी से पास आउट हो हुए। कुल मिलाकर मित्र देशों को भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से मिलने वाले युवा अधिकारियों की संख्या बढ़कर 2503 हो गई।

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