जम्मू कश्मीर: पाकिस्तान ने बदली हमले की रणनीति, घाटी में दहशत फैलाने के लिए कर रहा है पार्ट टाइम आतंकियों का इस्तेमाल

ऐसे आतंकी ग्रेनेड हमलों को अंजाम देते हैं और हमले के बाद मौके से भाग जाते हैं। कहा गया कि ओजीडब्लू और स्लीपर सेल की तरह ही यह आतंकी पार्टटाइम होते हैं‚ शेष समय में यह दूसरा काम धंधा करते हैं।

Hybrid terrorists

जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों की मदद से राज्य पुलिस ने आतंकवादियों (Terrorists) के सफाए में भारी कामयाबी हासिल की है। लेकिन अब पार्ट टाइम आतंकी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं। जो पुलिस के अलावा राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भी निशाना बना रहे हैं।

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राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के अनुसार, आतंकी संगठनों द्वारा इन पार्ट टाइम अथवा हाइब्रिड आतंकवादियों (Terrorists) से हमला करवाना आतंकवादियों की नई रणनीति का हिस्सा है। श्रीनगर के बाहरी इलाके खन्यार में राज्य पुलिस सब इंस्पेक्टर अरशद अहमद पर भी हमला एक पार्ट टाइम आतंकी ने किया‚ जिसकी पहचान कर ली गई है। सब इंस्पेक्टर अरशद अहमद नियंत्रण रेखा के गांव कुल मुना का रहने वाला था। उनके जनाजे में भारी तादाद में लोग शामिल हुए। दरअसल यह घाटी में आतंकवादियों द्वारा एक नया माड्यूल तैयार किया गया है।

ऐसे आतंकी ग्रेनेड हमलों को अंजाम देते हैं और हमले के बाद मौके से भाग जाते हैं। कहा गया कि ओजीडब्लू और स्लीपर सेल की तरह ही यह आतंकी पार्टटाइम होते हैं‚ शेष समय में यह दूसरा काम धंधा करते हैं। ताकि किसी को इन पर सहज शक न हो। सूत्रों ने बताया कि पिछले एक महीने में श्रीनगर में आतंकवादियों (Terrorists) द्वारा किया गया यह पांचवा हमला है।

पिछले महीने की 23 तारीख को सुरक्षाबलों ने लश्कर–ए–तय्यबा के नए रूप आतंकी संगठन टीआरएफ के कमांडर अब्बास शेख व उसके दो साथियों को नाटकीय ढंग से श्रीनगर में मार गिराया था। अब्बास शेख कम उम्र के युवाओं को नई आतंकी संगठनों में भर्ती कराने का मास्टरमाइंड था। इसके अलावा वह कई वारदात में संलिप्त रहा था। टीआरएफ को हिट एंड रन हमलों में खतरनाक माना जाता है। घाटी में सक्रिय आतंकी संगठन ऐसे नए पार्टटाइम आतंकवादियों (Terrorists) को पिस्तौल से हमला करने में निपुण बनाते हैं और फिर उसे टारगेट सौंप देते हैं।

इसी साल 23 जून को जम्मू–कश्मीर पुलिस के सीआईडी शाखा के एक इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार पर उस समय हमला हुआ जब वह नमाज अता कर के वापस लौट रहे थे। इस हमले में ड़ार की जान चली गई थी। डार पर भी हमला इसी प्रकार पार्टटाइम आतंकी ने करीब आकर पिस्तौल से किया था।

सूत्रों के अनुसार, श्रीनगर के ही एक मशहूर ढाबा कृष्णा ढाबा के मालिक के एकमात्र बेटे पर भी ऐसे ही पार्ट टाइम आतंकी ने पिस्तौल से हमला किया था। बाद में ढाबा मालिक के बेटे की मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कि ऐसे हमलों से निपटने के लिए भी उन्होंने अपनी तैयारी कर रखी है। इस प्रकार के किसी भी हमलावर आतंकी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

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