
तेलंगाना की सीमा पर स्थित पामेड़ थाना क्षेत्र से 10 जून को पुलिस और एसटीएफ ब्लैक पैंथर के जवानों की संयुक्त कार्रवाई में एक खूंखार नक्सली को गिरफ्तार किया गया।
तेलंगाना की सीमा पर स्थित पामेड़ थाना क्षेत्र से 10 जून को पुलिस और एसटीएफ ब्लैक पैंथर के जवानों की संयुक्त कार्रवाई में एक खूंखार नक्सली को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार नक्सली एक दर्जन से भी अधिक जवानों की हत्या का आरोपी है। बीजापुर के एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि पामेड़ थाना से संयुक्त टीम एरिया डॉमिनेशन पर एमपुर व रासपल्ली के लिए निकली हुई थी। इसी दौरान एमपुर से मिलिशिया कमांडर अर्जुन कुंजाम को गिरफ्तार किया गया। अर्जुन तोंगगुड़ा में हुए नक्सली हमले के दौरान एक सहायक आरक्षक और एक आरक्षक की हत्या, आगजनी सहित कई नक्सली घटनाओं में शामिल था।
इसके अलावा साल 2010 में दो जवानों की हत्या और पामेड़ से चेरला मार्ग पर हुए नक्सली हमले के दौरान 12 जवानों की हत्या की घटना में भी उसका हाथ था। अर्जुन सापेड़ का रहने वाला है। वह साल 2009 में माओवादी संगठन में भर्ती हुआ था। वह 303 रायफल जैसे हथियार रखता था। इससे पहले, ऐसे ही एक नक्सल विरोधी आभियान में दंतेवाड़ा में पुलिस ने एक नक्सल शिविर का पर्दाफाश किया था। बीजापुर और दंतेवाड़ों की ज्वाइंट फोर्स ने बैलाडिला के बीहड़ में 4 जून को अलग-अलग स्थानों पर तीन नक्सली कैंप ध्वस्त किया। हालांकि कैंप तक पहुंचने से पहले नक्सली भाग निकले थे। दरअसल, दांतेवाड़ा और बीजापुर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान के दौरान कुरंदुल, मिरतुर और गंगालूर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में यह कामयाबी हासिल की।
यहां कैंपों में नक्सली लीडर गणेश उइके व अन्य नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना थी। इस पुलिस अभियान में डीआरजी दांतेवाड़ा, दांतेवाड़ा एसटीएफ, सीआरपीएफ की 230 बाटालियन, कोबरा फोर्स, बीजापुर डीआरजी, बीजापुर एसटीएफ शामिल थी। पुलिस की इस टीम ने इस नक्सल शिविर से 10 आईईडी, तार, नक्सल वाकी-टाकी सेट, दवाएं और बड़े पैमाने पर नक्सल साहित्य बरामद किया। बैलाडिला पहाड़ के नीचे दंतेवाड़ा के किरंदुल थाना सहित बीजापुर के मिरतुर और गंगालूर थाना क्षेत्र से लगे जंगलों में नक्सलियों ने कैंप किया था। इसकी सूचना पर दो दिन पहले दंतेवाड़ा और बीजापुर की फोर्स सर्चिंग के लिए बीहड़ में घुसी।
सुरक्षाबलों ने 4 मई को बीहड़ में तीन अलग-अलग जगह नक्सली कैंप देखा। जवानों ने घेराबंदी शुरू कर दिया लेकिन इस बीच फायरिंग करते हुए नक्सली भागने में कामयाब रहे। सुरक्षाबलों ने कैंप से बड़ी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। इनमें दस नग बम, नक्सलियों के वॉकीटॉकी, दवाइयां, बिजली के तार के अलावा नक्सल साहित्य व रोजमर्रा की जरूरत वाले सामान शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कैंप में नक्सलियों के स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य गणेश उइके, चैतू, श्याम और अन्य मौजूद थे। माना जा रहा है कि नक्सली यहां गणेश उइके के उपचार के साथ ही किसी वारदात को अंजाम देने से पहले प्लानिंग के लिए इकट्ठे हुए थे।
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