पंजाब में बड़ा आतंकी हमला: पठानकोट सैन्य कैंप गेट के पास बम विस्फोट, जम्मू कश्मीर में हाई अलर्ट

पठानकोट की सोमवार की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौतियां और बढ़ा दी हैं। इस वारदात को पाक के आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर भी अंजाम दे सकते हैं।

A local terrorist killed in Budgam

A local terrorist killed in Budgam

पंजाब के पठानकोट स्थित सैन्य शिविर के पास सोमवार तड़के हुए एक बम धमाके के बाद जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में भी नाकों की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। हालांकि पाकिस्तान के नापाक इरादों के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क हैं लेकिन इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौतियां और बढ़ा दी हैं।

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सोमवार तड़के एक मोटर साइकिल पर सवार दो अज्ञात लोग पठानकोट सैन्य शिविर के धीर पुल के पास त्रिवेणी द्वार के करीब ग्रेनेड से हमला कर भाग निकले। इस धमाके में किसी के भी हताहत होने की कोई खबर नहीं है। सैन्य सूत्रों का कहना है कि इस वारदात को पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर भी अंजाम दे सकते हैं।

इस घटना के पीछे खालिस्तान समर्थक आतंकी अथवा कश्मीरी आतंकी हो सकते हैं। इस घटना को पंजाब में होने वाले चुनाव से पहले आतंकी हिंसा को लेकर एक संकेत के तौर पर देखा जाना चाहिए। बल्कि इससे सटे जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में भी आतंकी संगठन आने वाले दिनों में आतंकी साजिशों को अंजाम दे सकते हैं।

इस वारदात के बाद खासतौर से पंजाब के माधोपुर से सटे जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के लखनपुर पर आने-जाने वाले हर गाड़ियों की कड़ाई से चेकिंग की जा रही है। खासतौर जम्मू में भी नेशनल हाईवे से जुड़े तमाम सैन्य शिविरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है और चारों तरफ बख्तरबंद गाडियों को खड़ा कर दिया गया है।

गौरतलब है कि इसी पठानकोट के एयर फोर्स बेस पर वर्ष 2016 के पहले महीने में एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें हमलावर आतंकी तो मारे गए थे वहीं हमारे कुछ जवान भी शहीद हुए थे। इसी घटना की जांच करने के लिए पाकिस्तान से आईएसआई सहित अन्य जांच एजेंसियां पठानकोट एयरबेस आई थी।

पाकिस्तान की ओर से लंबे अरसे से पंजाब के पठानकोट व जम्मू कश्मीर में आतंकी वारदातों को अंजाम देने की लगातार साजिशें होती रही है। बल्कि इस प्रकार के लगातार इनपुट्स मिल रहे हैं कि पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने पालतू आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर–ए–तैयबा, अल-बदर और हिज्बुल मुजाहिदीन के जरिए सुरक्षाबलों के प्रतिष्ठानों पर बड़े हमलो की कोशिश में है। घाटी का माहौल खराब करने के लिए वहां हाइब्रिड आतंकियों के जरिए टारगेट किलिंग करवाई जा रही है।

भारत-पाक सरहद हो या लाइन ऑफ कंट्रोल, यहां पर उसने भले सीजफायर कर रखा हो लेकिन उसकी दिशा से आतंकी दस्तों की घुसपैठ की साजिशें लगातार जारी हैं। इसीलिए भारत-पाक की सरहद व एलओसी पर सीमा सुरक्षा बल और सेना दोनों हाई अलर्ट पर हैं।

गौरतलब है कि पाक की तरफ से पिछले करीब डेढ 2 साल से ड्रोन के जरिए लगातार पंजाब व जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के सरहदी इलाकों में घातक हथियार और ड्रग्स की खेप लगातार भेजी जा रही हैं। इन सभी घटनाओं से ये साफ है कि पाक पंजाब व जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहा है।

पठानकोट की सोमवार की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौतियां और बढ़ा दी हैं। इस वारदात को पाक के आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर भी अंजाम दे सकते हैं।

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