सरकार ने जारी किया देश का नक्शा, PoK, गिलगित और बल्तिस्तान भारत का हिस्सा

Jammu and Kashmir

भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से स्पेशल राज्य का दर्जा हटाने का बाद देश का एक नक्शा जारी किया है। जम्मू कश्मीर राज्य के विभाजन के बाद जारी इस नए नक्शे में पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) नवगठित “जम्मू-कश्मीर” केंद्र शासित प्रदेश और गिलगित, बल्तिस्तान “लद्दाख” केंद्र शासित प्रदेश का हिस्सा है।

Jammu and Kashmir

गृह मंत्रालय ने भी एक अधिसूचना में भारत का नया नक्शा जारी किया है जिसमें दोनों केंद्रशासित प्रदेशों को दर्शाया गया है। इसमें पीओके की ‘‘राजधानी’ मुजफ्फराबाद को देश की भौगोलिक सीमा में दिखाया गया है। नक्शों के अनुसार नए मानचित्र में पीओके जम्मू-कश्मीर  (Jammu Kashmir) केंद्रशासित प्रदेश का हिस्सा है और गिलगित बल्तिस्तान लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश का हिस्सा है।

गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश में करगिल तथा लेह दो जिले हैं और पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर (Jammu  Kashmir) राज्य का शेष हिस्सा नए जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में है।इससे पहले पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य में 1947 में कठुआ, जम्मू, ऊधमपुर, रियासी, अनंतनाग, बारामूला, पुंछ, मीरपुर, मुजफ्फराबाद, लेह और लद्दाख, गिलगित, गिलगित वजारत, चिल्हास और ट्राइबल टेरिटरी 14 जिले थे।

हिंदी फिल्म और रंगमंच की दुनिया के इतिहास पुरुष हैं पृथ्वीराज कपूर

2019 तक पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) राज्य की सरकार ने इन 14 जिलों के क्षेत्रों को पुनर्गठित करके 28 जिले बना दिए थे। नए जिलों के नाम थे-कुपवाड़ा, बांदीपुर, गांदेरबल, श्रीनगर, बड़गाम, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, राजौरी, रामबन, डोडा, किश्तवाड़, साम्बा और करगिल। इनमें से करगिल जिले को लेह और लद्दाख जिले के क्षेत्र से अलग करके बनाया गया था।

इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने 1947 के लेह और लद्दाख जिलों के बाकी क्षेत्रों के अलावा 1947 के गिलगित, गिलगित वजारत, चिल्हास और ट्राइबल टेरिटरी जिलों के क्षेत्रों को समावेशित करते हुए जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (कठिनाइयों को हटाना) दूसरे आदेश, 2019 द्वारा नए लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के लेह जिले को परिभाषित किया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि संसद की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को प्रभावी तौर से निरस्त कर दिया।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें