लॉकडाउन में चली पहली स्पेशल ट्रेन, तेलंगाना से 1200 प्रवासी मजदूरों को लेकर हुई रवाना

लॉकडाउन (Lock Down) की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए लाखों मजदूरों को घर लाने का काम शुरू हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) की इजाजत मिलने के बाद अलग-अलग सरकारें अपने राज्य के मजदूरों को वापस लाने में जुटी हैं।

Lock Down

लॉकडाउन में चली पहली स्पेशल ट्रेन।

लॉकडाउन (Lock Down) की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए लाखों मजदूरों को घर लाने का काम शुरू हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) की इजाजत मिलने के बाद अलग-अलग सरकारें अपने राज्य के मजदूरों को वापस लाने में जुटी हैं। तेलंगाना (Telangana) के लिंगमपल्ली से झारखंड के 1200 प्रवासी मजदूरों (Laborers) को लेकर पहली स्पेशल ट्रेन 1 मई सुबह 5 बजे रवाना हुई। इस ट्रेन में कुल 24 कोच हैं।

जानकारी के मुताबिक, यह ट्रेन रात 11 बजे हटिया स्टेशन पहुंचेगी। हटिया स्टेशन के अधिकारियों को इस बात की सूचना दे दी गई है। स्टेशन पर इसको देखते हुए व्यवस्था की गई है। संभवत: स्टेशन पर मजदूरों की थर्मल स्कैनिंग के बाद उन्हें क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया जाए। इस बाबत स्थानीय रेल अधिकारी जिला प्रशासन से संपर्क में हैं। रास्ते में विलासपुर, रायगढ़, झारसुगुड़ा में रुकने के बाद यह ट्रेन हटिया पहुंचेगी।

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तेलंगाना की राज्‍यपाल डॉक्‍टर तमिलीसाई सुंदरराजन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्‍होंने लिखा, “घर जाने की चाहत रखने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए राहत है। ऐसे 1200 मजदूरों को लेकर विशेष ट्रेन हैदराबाद से झारखंड के लिए रवाना हुई है।” गवर्नर ने इसके लिए पीएम, गृह मंत्री, रेल मंत्री और तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री को धन्‍यवाद भी दिया है। जानकारी के मुताबिक, एक बोगी में औसतन 54 यात्रियों को बिठाया गया है। इन्‍हें सैनिटाइजर के अलावा दस्‍ताने भी मुहैया कराए गए हैं। ये सभी प्रवासी मजदूर सांगारेड्डी के हैं।

इस स्पेशल ट्रेन पर रेल मंत्रालय का कहना है कि राज्य सरकार की अपील पर इसे चलाया गया है। जिसमें सभी तरह के नियमों का पालन किया गया है। यह पहली ट्रेन थी, जिसे लॉकडाउन (Lock Down) के दौरान चलाया गया है। आगे अगर कोई ट्रेन चलती है तो राज्य सरकार और रेल मंत्रालय के निर्देश के बाद ही चलेगी।

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बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemnt Soren) ने मजदूरों की वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग को लेकर रेलमंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal)  से बात की थी। सीएम ने रेलमंत्री से कहा है कि राज्यों को विशेष ट्रेनों की जरूरत होगी ताकि लॉकडाउन (Lock Down) की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों, प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जा सके। राज्य सरकार के अनुसार झारखंड के तकरीबन 9 लाख लोग दूसरे राज्यों में फंसे हैं, जिसमे से 6.43 लाख प्रवासी मजदूर हैं और बाकी लोग नौकरी व अन्य काम के वजह से हैं।

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) की ओर से जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक, हर राज्य को बसों के जरिए अपने यहां के मजदूरों को वापस लाने का काम शुरू करना होगा। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, क्वारनटीन, सैनिटाइजेशन, स्क्रीनिंग समेत हर नियम का पालन करना जरूरी होगा। केंद्र की गाइडलाइन के बाद बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड समेत कई राज्यों ने स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की थी, क्योंकि मजदूर लाखों की संख्या में बाहर फंसे हैं, ऐसे में उन्हें बसों के जरिए लाना मुश्किल होगा।

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