DRDO ने किया नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण, दुश्मन के टैंक एक पल में कर सकती है तबाह

भारत ने सुरक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ी कामयाबी हासिल कर लिया है। राजस्थान के पोखरण में नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Nag anti-tank guided missile) का सफल परीक्षण किया गया।

DRDO

फाइल फोटो।

नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Nag anti-tank guided missile) का टेस्ट वॉरहेड पर किया गया है। इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है।

भारत ने सुरक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ी कामयाबी हासिल कर लिया है। राजस्थान के पोखरण में नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Nag anti-tank guided missile) का सफल परीक्षण किया गया। 22 अक्टूबर की सुबह इस मिसाइल का परीक्षण हुआ। इस मिसाइल का टेस्ट वॉरहेड पर किया गया है। इस देसी मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है।

मिसाइल का परीक्षण पोखरण में 22 अक्टूबर की सुबह 06.45 बजे किया गया। गौरतलब है कि नाग मिसाइल (Nag anti-tank guided missile) पूरी तरह से देसी है और भारत द्वारा निर्मित इस तरह की मिसाइलों में थर्ड जेनरेशन की मिसाइल है। DRDO की ओर से लगातार इसके अलग-अलग ट्रायल किए गए हैं।

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इससे पहले भी नाग मिसाइल के कई ट्रायल किए जा चुके हैं। साल 2017, 2018 और 2019 में अलग-अलग तरीके की नाग मिसाइलों का परीक्षण किया जा चुका है। बता दें कि एंटी टैंक मिसाइल दुश्मन के टैंक समेत अन्य सैन्य वाहनों को सेकेंडों में समाप्त कर सकती हैं। इन मिसाइलों में अचूक निशाना लगाने की क्षमता है। ये दुश्मन के टैंक को पल भर में नेस्तानाबूद कर सकती हैं।

ये मिसाइलें वजन में काफी हल्की होती हैं। ये मीडियम और छोटी रेंज की मिसाइल होती हैं, जो फाइटर जेट, वॉर शिप समेत अन्य कई संसाधनों के साथ काम कर सकती हैं। भारत ने पिछले करीब एक महीने में अलग-अलग तरीके की आधा दर्जन से अधिक ऐसी ही स्वदेशी मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है।

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इससे पहले ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (brahmos supersonic cruise missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। इस मिसाइल ने अरब सागर में एक टॉरगेट पर परीक्षण के दौरान निशाना भी लगाया। डीआरडीओ (DRDO) के मुताबिक, चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से अत्याधुनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया जो सफल रहा।

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